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नेजल वैक्सीन कोरोना के मौजूदा टीके से हो सकती है ज्यादा असरदार

कोरोना से बचाव के लिए नाक से दी जानी वाली नेजल वैक्सीन मौजूदा टीकों की तुलना में ज्यादा कारगर और असरदार हो सकती है. दुनियाभर में छह नेजल वैक्सीन का पहले चरण में परीक्षण चल रहा है.

Updated on: 12 Aug 2021, 08:38 AM

highlights

  • नाक के रास्ते दी जाएगी कोरोना वैक्सीन
  • कोरोना वायरस को नेजल वैक्सीन रास्ते में ही खत्म कर देगी
  • भारत बायोटेक बना रही है नेजल कोरोना वैक्सीन

नई दिल्ली:

कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन (Corona Vaccine) ही सबसे बड़ा हथियार मानी जा रही है. इंजेक्शन से दी जाने वाली वैक्सीन के अलावा नाक से दी जाने वाली वैक्सीन (Nasal Corona Vaccine) के भी ट्रायल जारी हैं. इसके कई सकारात्मक नतीजे भी सामने आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि कोरोना से बचाव के लिए नाक से दी जानी वाली नेजल वैक्सीन मौजूदा टीकों की तुलना में ज्यादा कारगर और असरदार हो सकती है. दुनियाभर में छह नेजल वैक्सीन का पहले चरण में परीक्षण चल रहा है.

भारत में हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी (Bharat Biotech) ने नेसल वैक्सीन का ट्रायल कर रही है. इस वैक्सीन के जरिए नाक के जरिए डोज दी जाएगी, जो कोरोना को मात देने में कारगर साबित हो सकती है. भारत बायोटेक ने इस वैक्सीन का नाम कोरो फ्लू रखा है. इस वैक्सीन के ट्रायल जनवरी में शुरू किए गए थे.  वहीं हाल ही में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ वायरोलॉजी के साथ बैठक में मीसा वैक्सीन ने दावा किया कि टीका लगने के बाद वायरस अटैक करता है तो दवा उसे वहीं निष्क्रिय कर देगी.

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बच्चों को भी लगाई जा सकेगी वैक्सीन
भारत बायोटेक के एमडी डॉ. कृष्णा इल्ला के मुताबिक नेजल वैक्सीन को एक ही बार देना होगा. क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री के मुताबिक 4 शहरों में 175 लोगों को ये वैक्सीन दी गई है. कुछ ही दिनों में इसके फेज वन ट्रायल के नतीजे आने हैं. अच्छी बात ये है कि ये वैक्सीन नाक के जरिए दी जाएगी और ये वायरस को रास्ते में ही मार देगी. डॉक्टरों के मुताबिक छोटे बच्चों को ये वैक्सीन को ये वैक्सीन देने में काफी आसानी होगी. 

नेजल वैक्सीन से अधिक उम्मीद क्यों?
भारत बायोटेक के मुताबिक नेजल स्प्रे की सिर्फ 4 बूंदों की जरूरत होगी. नाक के दोनों छेदों में दो-दो बूंदें डाली जाएंगी. इसके लिए अरबों की सुईयों को जरूरत नहीं पड़ेगी. डॉक्टरों के मुताबिक इसके लिए किसी ट्रेनर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. इसे लोग सेल्फ भी ले सकेंगे. अब इसके नतीजे आने का इंतजार है. भारत में वैक्सीन के दो डोज को हर नागरिक तक पहुंचाने में काफी वक्त लग सकता है, ऐसे में ये वैक्सीन गेम चेंजर साबित हो सकती है.

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नेजल वैक्सीन के 5 फायदे

- इंजेक्शन से छूटकारा.
- नाक के अंदरूनी हिस्सों में इम्युन तैयार होने से सांस से संक्रमण का खतरा घटेगा.
- इंजेक्शन से छुटकरा होने के कारण हेल्थवर्कर्स को ट्रेनिंग की जरूरत नहीं.
- कम खतरा होने से बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन की सुविधा संभव.
- उत्पादन आसान होने से दुनियाभर में डिमांड के अनुरूप उत्पादन और सप्लाई संभव.