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सावधान : अगर आप भी तनाव में नशीली चीज़ों का करते हैं सेवन, तो Honey Singh की तरह आपको भी सहना होगा दर्द

हनी सिंह एक ऐसा नाम है, जिसने अपने फैंस को देसी और अंग्रेजी दोनों गानों पर खूब नचाया है. उनके रैप इतने फेमस हो गए की लोग कम समय में इनके गाने और रैप के दीवाने हो गए. साल 2014 में अचानक हनी सिंह गायब हो गए. वजह क्या थी आइये जानते है.

Updated on: 15 Mar 2022, 02:31 PM

New Delhi:

कुछ समय पहले हम लोगों के बीच एक बेहतरीन और जाना माना पॉप सिंगर आया और देखते ही देखते इतना फेमस हो गया कि यूथ की जुबां पर उसी के गाने छाने लगे, छोटे से लेकर बड़े तक उस पॉप सिंगर के गाने लोग गुनगुनाने लगे. लेकिन फिर एक दिन अचानक वो गायब हो गए. कोई ये जान नही पाया कि वो गायब कहां हुए. हम बात कर रहें हैं यो यो हनी सिंह की. हनी सिंह( Honey singh) एक ऐसा नाम है, जिसने अपने फैंस को देसी और अंग्रेजी दोनों गानों पर खूब नचाया है. उनके रैप इतने फेमस हो गए की लोग कम समय में इनके गाने और रैप के दीवाने हो गए. साल 2014 में अचानक हनी सिंह गायब हो गए. वजह क्या थी आइये जानते है. 

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हनी सिंह गंभीर मानसिक बीमारी बायोपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे. फिर बीमारी से तंग आकर उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया था. उनकी बीमारी ऐसी थी जो इंसान को अंदर तक तोड़ कर रख दे. हनी सिंह इस बीमारी के चलते 18 महीने दर्द में थे. हालांकि डॉक्टर्स ने इस बिमारी से लड़ने में उनकी बहुत मदद की. इस बीमारी से बचने का एक ही उपाए है और वो है वक़्त पर खाना पीना, नशीली चीज़ों से दूर रहना और रोज़ योग या वर्कआउट करना. आइये आपको इस बीमारी के बारें में बताते हैं. 

क्या है बायपोलर डिसऑर्डर ? ( Bipolar Disorder)

बायपोलर डिसऑर्डर एक तरह की दिमागी बीमारी होती है, जो डिप्रेशन की ही तरह होती है. आमतौर पर यह बीमारी नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों में पाई जाती है. इसमें इंसान या तो ज्यादा खुश महसूस करता है या फिर बहुत ज्यादा दुखी हो जाता है. उसका मन हर वक़्त बदलता रहता है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हनी सिंह ने भी बताया था कि जब वो बायपोल से जूझ रहे थे तो यह सब बहुत डरावना था. हनी सिंह ने कह दिया था कि 'जहां मैं हजारों लोगों के सामने परफॉर्म करता था वहीं अब मुझे 4-5 लोगों के सामने आने से भी डर लगने लगा था. इस हालत में लाकर छोड़ देता है बायपोलर डिसऑर्डर.'

बाइपोलर डिसऑर्ड में कैसा होता है फील 

आपको बता दें कि इस बीमारी में  जिसमें पीड़‍ित व्यक्ति के व्यवहार में तेजी से परिवर्तन आने लगता है. ऐसा व्‍यक्ति अचानक से तनाव में आ जाता है जबकि दूसरे ही पल में वह एकदम शांत हो जाता है. इस बीमारी में कई बार व्यक्ति चाहकर भी अपने व्यवहार पर काबू नहीं पा पता. 

बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण

बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षणों की बात करें तो छोटी-छोटी बातों में चिड़चिड़ा हो जाना भी इसका एक लक्षण है. बाइपोलर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को नींद की परेशानी रहती है. बहुत ज्यादा विचार में रहने के कारण नींद नहीं आ पाती है और नींद न आने से इंसान परेशान और पागलपन जैसी हरकतें करने लगता है. 

बाइपोलर डिसऑर्डर से बचने के उपाय

बाइपोलर डिसऑर्डर का प्रमुख कारण तनाव है, इसलिए इससे बचने है तो तनाव कम से कम लें. तनाव के स्‍तर को कम करने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि तनाव का क्‍या कारण है. और इससे कैसे दूर किया जाए. 

बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्‍या से बचने के लिए नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचें, क्‍योंकि सिगरेट या शराब के सेवन से तनाव घटने की बजाय बढ़ता है और तनाव बाइपोलर डिसऑर्डर को बढाता है. दिन में खाना वक़्त पर खाना चाहिए. तनाव के ज्‍यादा बढ़ने से बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्‍या बनती है. इसलिए आप हेल्दी डाइट जरूर लें और रोजाना एक्सरसाइज करें, इससे तनाव कम होता है.

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