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क्या फिर से कोरोना लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा देश? केंद्र ने दिए ये निर्देश

कोरोना मामलों में बढ़ोतरी और पॉजिटिविटी रेट में वृद्धि के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को 10 राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की

Updated on: 31 Jul 2021, 11:57 PM

highlights

  • देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस एक बार फिर सिर उठाता दिखाई पड़ रहा है
  • कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों ने केंद्र और राज्य सरकारों को चिंता में डाल दिया है
  • स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 10 राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की

नई दिल्ली:

देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) एक बार फिर सिर उठाता दिखाई पड़ रहा है. कोरोना संक्रमण ( Corona Infection ) के बढ़ते केसों ने केंद्र और राज्य सरकारों को चिंता में डाल दिया है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ( Central government) ने कोरोना प्रतिबंधों ( Corona Lockdown ) को फिर से लागू करने की बात पर विचार करने को कहा है. वहीं, कोरोना मामलों में बढ़ोतरी और पॉजिटिविटी रेट में वृद्धि के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ( Union Health Secretary Rajesh Bhushan ) ने शनिवार को 10 राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, असम, ओडिशा, मेघालय, मिजोरम और आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधियों से कहा कि पिछले कुछ समय में 10 प्रतिशत से अधिक कोरोना पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों पर पैनी नजर रखी गई है. ऐसे में इन सभी जिलों में सख्त प्रतिबंधों पर विचार करने की जरूरत है.

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स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस लेवल पर किसी भी तरह की ढील हालात को काबू से बाहर कर सकती है. वहीं, बैठक में मौजूद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि रोजाना चालीस हजार कोरोना मामलों के साथ किसी सूरत में समझौता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि भारत में 46 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक कोरोना पॉजिटिविटी रेट दर्ज किया गया है, जबकि 53 जिलों में एक बार फिर कोविड का खतरा मंडरा रहा है. यहां पर कोरोना पॉजिटिविटी रेट पांच से दस प्रतिशत के बीच बना हुआ है.

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राज्यों को चार बिंदुओं पर दिशा निर्देश जारी

कोरोना मामलों में उछाल को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को चार बिंदुओं पर दिशा निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश के अनुसार जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा केस सामने आ रहे हों वहां कंट्रोल करने का प्रयास किया जाए और बराबर निगरानी रखी जाए. दूसरा, कोरोना मामलों की मैपिंग की जाए और संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाए. इसके साथ ही नियंत्रित क्षेत्रों को परिभाषित किया जाए. तीसरा, ग्रामीण इलाकों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जाए और बाल चिकित्सा देखभाल पर जोर दिया जाए. सबसे अंत में कोरोना से होने वाली मौतों पर नजर रखना और उनकी प्रोपर गणना करना है.