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बायोलॉजिकल-ई की कॉर्बेवैक्स को मिली अंतिम मंजूरी, 12-18 साल के उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन

भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जैविक बायोलॉजिकल ई का COVID-19 वैक्सीन Corbevax को अंतिम स्वीकृति प्रदान की है.

Updated on: 21 Feb 2022, 06:39 PM

नई दिल्ली:

भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जैविक बायोलॉजिकल ई का COVID-19 वैक्सीन Corbevax को अंतिम स्वीकृति प्रदान की है. वैक्सीन बनाने वाली कंपनी जैविक ई लिमिटेड ने ट्वीट कर जानकारी दी कि COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के कॉर्बेवैक्स वैक्सीन को 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए भारत के दवा नियामक से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) प्राप्त हुआ है.

बता दें कि पहले ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने कुछ शर्तों के अधीन 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए जैविक ई के कोविड ​​-19 वैक्सीन, कॉर्बेवैक्स को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण देने की सिफारिश की थी. भारत के केंद्रीय दवा प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने कुछ शर्तों के अधीन 12 से 18 वर्ष की आयु के लिए जैविक ई के COVID-19 वैक्सीन, कॉर्बेवैक्स को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण देने की सिफारिश की थी. इसके कारण सरकार ने  15 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगाने पर फैसला नहीं लिया था.  

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भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए Corbevax को पहले ही मंजूरी दे दी थी, जो COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है. इसे देश के टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं किया गया है. कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने आवेदन पर विचार-विमर्श करते हुए कुछ शर्तों के अधीन 12 से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए जैविक ई के कॉर्बेवैक्स को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण देने की सिफारिश की थी. अब वैक्सीन को अंतिम मंजूरी मिल गयी है.