ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी घातक बीमारी है जो कि इन दिनों महिलाओं में आम हो चुकी है. इसमें ब्रेस्ट के अंदर की सेल्स असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं और गांठ बना देती हैं. वहीं हर साल लाखों की संख्या में महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण ही होती है. लेकिन इसके बावजूद महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता कम देखी जाती है.
ब्रेस्ट में गांठ
ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत का पहला लक्षण ब्रेस्ट में बनने वाली गांठ है. इसलिए ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि ब्रेस्ट में बनने वाली छोटी से छोटी गांठ भी ब्रेस्ट कैंसर का कारण है, लेकिन ब्रेस्ट में बनने वाली हर गांठ कैंसर नहीं होती है. कई बार सिस्ट और अन्य मेडिकल कारणों से भी महिलाओं के स्तनों में गांठ बनती है.ब्रेस्ट की गांठ अक्सर स्तन ऊतक में या उसके आस-पास या अंडरआर्म क्षेत्र में एक ठोस या मोटे धब्बे की तरह महसूस होती है. ब्रेस्ट कैंसर की गांठ आस-पास के स्तन ऊतक की तुलना में अधिक ठोस होगी.
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
स्तन में गांठ या मोटापन: ब्रेस्ट कैंसर का यह सबसे आम लक्षण है. स्तन या बगल में सख्त गांठ महसूस होती है और इस गांठ में दर्द नहीं होता.
स्तन के आकार में बदलाव: ब्रेस्ट कैंसर की समस्या होने पर महिलाएं स्तन के आकार में परिवर्तन महसूस कर सकती हैं. अगर स्तन के आकार में असामान्य बदलाव दिखे, तो यह संकेत हो सकता है.
निप्पल से रिसाव: निप्पल से खून, पीप या किसी भी तरह का असामान्य तरल पदार्थ निकलना एक चेतावनी हो सकती है, खासकर अगर यह अपने आप हो.
त्वचा में बदलाव: स्तन की त्वचा पर लालिमा, डिंपलिंग (संतरे के छिलके जैसी बनावट), या झुर्रियां पड़ना असामान्य हो सकता है.
निप्पल का अंदर की ओर खिंच जाना: अगर निप्पल अचानक अंदर की ओर मुड़ जाए, तो यह भी एक लक्षण हो सकता है. निप्पल के रंगों में भी बदलाव आ सकता है.
दर्द: हालांकि ब्रेस्ट कैंसर के मरीज आमतौर पर दर्द महसूस नहीं करते हैं, लेकिन कुछ मामलों में स्तन या बगल में लगातार दर्द हो सकता है.
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