International Noise Awareness Day 2025: ध्वनि प्रदूषण, जिसका मानव स्वास्थ्य, मन की शांति और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है. जिसे लोग अक्सर इग्नोर कर देते हैं. जिसके लिए हर साल अंतराष्ट्रीय शोर जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इस साल यह दिन आज यानी की 30 अप्रैल को मनाया जा रहा है. एयर पॉल्यूशन के बाद बीमारियों की दूसरी सबसे बड़ी वजह ध्वनि प्रदुषण है. ध्वनि प्रदुषण हमारे हार्ट को भी काफी बुरी तरह से नुकसान पहुंचा रहा है. वहीं यह धीरे-धीरे आपकी उम्र को भी कम कर रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, ध्वनि प्रदुषण की वजह से 10.7 महीने की औसत उम्र कम हो रही है.
दिल की बीमारी
ध्वनि प्रदुषण से जो आवाजें आती है उनसे हमारी नींद डिस्टर्ब हो जाती है. जिसे की क्रोनिक साउंडस भी कहा जाता है. यह हाइपरटेंशन, दिल का दौरा जैसी बीमारियों की वजह भी बन रही हैं. वहीं जो लोग हाइवे के किनारे रहते हैं उन लोगों को दिन भर ट्रैफिक का शोर सुनने की आदत पड़ जाती है, जिसकी वजह से उन्हें ये आवाजें इतना ज्यादा डिस्टर्ब नहीं करती, लेकिन उनका शरीर इन आवाजों पर रिएक्ट करता है और कई दूसरी बीमारियों के होने की संभावनाओं को कई गुना बढ़ा देता है.
लोगों पर असर
वहीं, गांव, शहरों के बाहरी इलाके में रह रहे लोग अचानक कभी-कभी होने वाली तेज आवाज से परेशान होते हैं और उनका शरीर ज्यादा प्रतिक्रिया करता है, जैसे- किसी तेज आवाज के साथ जा रही ट्रेन. शांत इलाकों में ऐसी आवाजों की तीव्रता बहुत ज्यादा बढ़ जाती है.
हो सकती हैं ये बीमारियां
तेज आवाजों से हमारे शरीर में कई तरह के केमिकल्स रिलीज होने लगते हैं.
हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते हैं. हार्ट बीट के साथ बल्ड प्रेशर भी बढ़ जाता है.
ट्रैफिक के शोर में ज्यादा समय रहने वाले लोगों को 5 साल के अंदर दिल का दौरा पड़ने की संभावना बहुत ज्यादा होती है.
ये भी पढ़ें- क्या पेशाब पीने से ठीक हो जाती है चोट? जानिए इसके पीछे कितनी है सच्चाई
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.