ऑफिस में लोगों के काम की शुरुआत बिना कॉफी के नहीं होती है. ऐसा कहा जाता है कि कॉफी पीने से एक तो नींद नहीं आती है. दूसरी क्रिएटिविटी भी काफी बढ़ जाती है. जिसके लिए सभी ऑफिस में कॉफी मशीन जरूर लगी होती है, जिसमें से वहां काम करने वाले लोग कॉफी लेकर पीते रहते हैं और अपना काम करते रहते हैं, लेकिन ऑफिस की मशीन आपके लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है क्या ये आप जानते है. आइए आपको बताते है.
कोलेस्ट्रॉल (LDL) के लेवल को बढ़ाती है
हाल ही में एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि कॉफी हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक बढ़ावा देती है. कॉफी में कई हानिकारक कंपाउंड्स होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के लेवल को बढ़ाती हैं. ऑफिस की मशीन वाली कॉफी पीने वालों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. घर की कॉफी के मुताबिक ऑफिस की कॉफी अनहेल्दी होती है क्योंकि इसमें अलग फिल्टरिंग प्रॉसेस का इस्तेमाल होता है.
कैफेस्टोल और काह्वियोल का लेवल बढ़ता है
रिसर्च में पाया कि घर या कैफे में बनी कॉफी की तुलना में ऑफिस की कॉफी में कैफेस्टोल और काह्वियोल का लेवल ज्यादा हो सकता है, जो LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले हानिकारक कंपाउंड हैं. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ लेवल दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए एक बहुत बड़ा रिस्क फैक्टर माना जाता है.
पेपर फिल्टर ज्यादा पाया जाता है
जब हानिकारक कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले कंपाउंड्स को कॉफी से दूर रखने की बात आती है तो इसके लिए पेपर फिल्टर ज्यादा कारगर साबित होते हैं, जबकि ऑफिस मशीनों में मेटल फिल्टर पाए जाते हैं जो बेअसर साबित हुए. घर पर तैयार की गई फ्रेंच प्रेस और परकोलेटेड कॉफी में हानिकारक कंपाउंड्स का लेवल कम पाया गया, जबकि एस्प्रेसो में इनकी मात्रा ज्यादा थी. यह बात फैक्ट है कि फिल्टर की गई कॉफी, इंस्टेंट कॉफी और कॉफी पॉड्स की तुलना में अनफिल्टर्ड कॉफी से बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.