Myths VS Facts: भारतीय महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर मौत की एक बड़ी वजह बनता जा रहा है. भारत में 15 से 44 वर्ष की उम्र की महिलाओं को ये कैंसर अपनी चपेट में ले रहा है. देश में मात्र 3.1 प्रतिशत महिलाओं को ही जांच के बाद इसका इलाज मिल पाता है. बाकि आज भी खतरे के साये में जीने को मजबूर हैं. सर्वाइकल कैंसर होने की मुख्य वजह मानव पैपीलोमा वायरस (HPV) है. भारत में HPV की स्क्रीनिंग और टीकों की कमी के कारण महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से जूझ रही हैं. वहीं अब एक नया खौफ सामने आया है कि गर्भनिरोधक गोलियों (contraceptive pill) से भी सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)होने का खतरा बताया जा रहा है. इस बात में कितनी सच्चाई है आइए जानते हैं हेल्थ एक्सपर्ट से.
लोगों को किया जा रहा जागरूक
जनवरी में सर्वाइकल कैंसर मंथ अवेयरनेस (Cervical Cancer Awareness Month)का जागरूकता अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जा सकते. ऐसे में सर्वाइकल कैंसर और HPV के बीच क्या संबंध है सबसे पहले ये जानना जरूरी है.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Symptoms of Cervical Cancer)
योनि से खून बहना बंद और चालू,
दुर्गंधयुक्त योनि स्राव,
संभोग के बाद रक्तस्राव,
संभोग के दौरान दर्द,
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना,
मीनोपॉज के बाद भी योनि से रक्तस्राव,
असामान्य योनि से रक्तस्राव,
थकान, भूख में कमी, वजन कम होना, पेल्विक में दर्द होना जैसी लक्षण शामिल हैं.
कब होता है सर्वाइकल कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा? (When is the highest risk of cervical cancer)
धूम्रपान
कई यौन साथी होना.
एचआईवी संक्रमण.
कमजोर प्रतिरक्षा.
18 साल की उम्र से पहले सेक्स करना.
क्या है एचपीवी (what is HPV)
HPV यौन गतिविधियों से जरिए फैलने वाला एक वायरस है. इसके दो तरह के स्ट्रेन होते हैं. कुछ स्ट्रेन प्राइवेट पार्ट में मस्से या गांठ की वजह बनते हैं, जबकि इसके कुछ स्ट्रेन कैंसर का कारण बन सकते हैं.
गर्भनिरोधक गोलियों से सर्वाइकल कैंसर का जानिए सच
गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. रेणूका डंग ने बताया कि गर्भनिरोधक गोली ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को थोड़ा बढ़ा देती है. लेकिन यह ओवेरियन और गर्भाशय के कैंसर के जोखिम को कम करती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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