Baba Ramdev Tips: अस्थमा से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं बाबा रामदेव के ये नुस्खे
Baba Ramdev Tips: खराब लाइफस्टाइल और प्रदूषण के चलते अस्थमा के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. अस्थमा की बीमारी सासं की नली में सूजन आ जाने से हो जाती है.
Baba Ramdev Tips: खराब लाइफस्टाइल और प्रदूषण के चलते अस्थमा के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. अस्थमा की बीमारी सासं की नली में सूजन आ जाने से हो जाती है.
Baba Ramdev Tips Photograph: (Social Media and freepik)
Baba Ramdev Tips: अस्थमा की बीमारी से दुनियाभर में कई लोग पीड़ित हैं. भारत में यह बीमारी काफी सक्रिय है. भारत में भी बढ़ता प्रदूषण अस्थमा का एक उभरता हुआ कारण बन रहा है. सांस की बीमारियों का जोखिम लगातार बढ़ता जा रहा है. अस्थमा या दमा की बीमारी में लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. हर साल मई के दूसरे मंगलवार को World Asthma Day मनाया जाता है. इस साल यह 6 मई यानी की आज मनाया जा रहा है. दुनिया भर में लाखों लोग हर सांस के साथ संघर्ष करते हैं. वहीं बाबा रामदेव ने इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ नुस्खे बताए है.
Advertisment
अपनाएं ये नुस्खा
अस्थमा के इस उपचार को ट्राई करने के लिए आपको दमबेल के 3 पत्ते लेने होंगे. इसके बाद इसमें 3 कालीमिर्च डालकर इसे ऐसे ही खा लें. इसका स्वाद कड़वा होता है, अगर आपको कड़वा नहीं खाना है, तो इसमें थोड़ा गुलकंद मिला लें. इससे इस घरेलू दवा का स्वाद बदल जाएगा और आप इसे आसानी से खा पाएंगे. इसे आपको रोजाना खाना है, जब तक दमा की बीमारी में कुछ बदलाव न दिखें तब तक. इससे कफ और बलगम की समस्या भी कभी नहीं होगी.
दमबेल के फायदे
दमबेल के पत्ते सांस की बीमारियों से बचाते हैं.
इन पत्तों का सेवन करने से पाचन क्रिया में भी लाभ होता है.
दमबेल के पत्ते साइनस के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए
अगर आपको कड़वा नहीं पसंद है, तो इन पत्तों का सेवन करने से बचें, इससे आपको उल्टी हो सकती है.
ज्यादा दमबेल के पत्ते खाने से स्किन एलर्जी हो सकती है.
गर्भवती महिलाओं को भी इस पत्ते का संभलकर सेवन करना चाहिए.
बिना जानकारी किसी भी पत्ते के सेवन से परहेज करें.
इन जगहों से ले सकते हैं ये पत्ते
दमबेल का पेड़ पूर्वी उत्तर राज्यों में पाए जाते हैं. अन्य राज्यों की नर्सरी में भी इनके पौधे आसानी से मिल जाते हैं.