Acharya Balkrishna Tips: जड़ी-बूटी का काम करती है ये घास, आचार्य बालकृष्ण ने बताए अनोखे फायदे

Acharya Balkrishna Tips: दूर्वा घास ज्यादातर हर किसी के घर के बाहर होती है. वहीं कई लोग इसे बेकार समझते हैं, लेकिन यह घास काफी ज्यादा फायदेमंद होती है. इस घास को काफी पवित्र भी माना जाता है.

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Nidhi Sharma
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आचार्य बालकृष्ण

आचार्य बालकृष्ण Photograph: (Social Media)

Acharya Balkrishna Tips: आयुर्वेद में मौजूद कई चीजें ऐसी हैं, जो कि हमारे शरीर को कई तरह के लाभ देती हैं. आयुर्वेद में ज्यादातर बीमारियों के इलाज हैं जिससे की कई लोगों को फायदे मिले हैं. स्किन केयर हो या फूड आइटम, लोग हर चीज में आयुर्वेदिक (Ayurvedic) पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं. आयुर्वेद में दूर्वा घास के कई फायदे बताए गए हैं.  आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने भी इसके कई फायदों के बारे में बताया है. 

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पाचन तंत्र

आचार्य के अनुसार, दूर्वा घास में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं. इस घास के ताजे रस का सेवन करने से गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्याओं से राहत मिलती है. इसका रस रोजाना खाली पेट पीने से डाइजेशन इंप्रूव होता है और पेट की सफाई भी होती है. इस घास का जूस पीने से खून की कमी भी दूर होती है.

आंखों की परेशानी

जिन्हें आंखों की परेशानी है या आंखों में दर्द रहता है, वे दूर्वा घास को पीसकर लुग्दी बनाकर आंख पर बांधें. इससे आंखों की परेशानी दूर होंगी और दर्द में भी आराम मिलेगा. ध्यान रहे कि गंदे स्थानों की दूर्वा का प्रयोग ना करें. इसके अलावा सुबह के टाइम नंगे पैर इस घास पर चलने से आंखों की रोशनी तेज होती है.

तनाव

जिन्हें तनाव रहता है, उनके लिए दूर्वा घास का प्रयोग काफी लाभकारी होता है. इसके लिए दूर्वा घास को पीसकर पैरो में लेप लगाएं. इससे मस्तिष्क को ठंडक मिलेगी और तनाव भी कम हो जाएगा. 

सिरदर्द 

सिरदर्द के लिए दूर्वा का प्रयोग बहुत ही लाभकारी होता है. जिनको सिर दर्द की शिकायत है वे दूर्वा घास को पीसकर उसमें थोड़ा चूना मिलाकर अपने सिर में लेप लगाएं. इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा.

पुरुषों के लिए

पुरुषों में वासना की समस्याएं होती हैं, जो कि‍ सही नहीं है. इसका ज्यादा होना भी सही नहीं होता है. यह उनके शरीर के लिए हानिकारक होता है. इसके लिए आपको सफेद दूर्वा का रस निकालकर रोजाना खाली पेट 2 से 4 चम्मच लेना है.

नकसीर

जिन्हें नकसीर की शिकायत है वो दूर्वा घास के रस को निकालें और 4-4 बूंद रस को नाक में डालें. खून बहने के दौरान भी अगर इस रस को डालते हैं तो तुरंत खून बहना बंद हो जाएगा.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

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