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Acharya Balkrishna Health Tips Photograph: (Social Media and Freepik)
Acharya Balkrishna Health Tips: मुंह में छाले होने की समस्या इस तरह परेशान कर देती हैं कि इंसान ना खा पाता है और ना ही बोल पाता है. इसके अलावा इससे जलन, दर्द और बार-बार चुभन का भी एहसास होता है. वहीं इसके होने के कई तरीके है. अगर आप भी इससे परेशान है तो आप आचार्य बालकृष्ण के ये उपाय फॉलो कर सकते हैं. आइए आपको बताते है.
क्या है इसका नुस्खा
इसके लिए आचार्य बालकृष्ण ने निर्गुण्डी की पत्तियों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. वहीं आयुर्वेद में निर्गुण्डी को औषधीय पौधा माना जाता है. इसका इस्तेमाल उयोग प्राचीन समय से शरीर की कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है.
इस तरह करें इस्तेमाल
इसके लिए आप 4-5 निर्गुण्डी की पत्तियां लें और अच्छे से धो लें.
वहीं अब एक गिलास पानी में इन पत्तों को डालकर उबालें.
जब पानी आधा रह जाए, तो गैस को बंद कर दें और पानी को छान लें.
इसके बाद इसे गुनगुने पानी से दिन में 2 से 3 बार कुल्ला करें.
ऐसा करने से आपके छालों की जलन और दर्द में तुरंत आराम मिल सकता है. इससे छाले जल्दी भरने लगेंगे. इससे अलग इन पत्तियों के पानी से कुल्ला करने पर गले के दर्द और सूजन में राहत मिलती है, साथ ही मुंह की बदबू भी दूर हो जाती है.
क्या है इसके फायदे
आचार्य बालकृष्ण से अलग कुछ अन्य रिपोर्ट्स भी निर्गुण्डी की पत्तियां को फायदेमंद बताती हैं. दरअसल, इन पत्तियों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो गले की सूजन और दर्द को कम करते हैं.
इसके पानी से गरारे करने से छालों पर ठंडक मिलती है जिससे जल्दी आराम मिलता है.
वहीं इन सब से अलग जिन लोगों को मुंह से दुर्गंध की समस्या होती है, उनके लिए यह एक प्राकृतिक माउथवॉश की तरह काम करता है.
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.