भारत में ज्यादातर घरों में प्रेशर कुकर का इस्तेमाल होता है. कुछ लोग तो कई साल पुराने कुकर का इस्तेमाल करते हैं. जिसकी वजह से खाना अच्छा बनता है, लेकिन क्या आप जानते है कि यह आपके लिए कितना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल, हाला ही में एक व्यक्ति कई सालों से एक ही प्रेशर कुकर का इस्तेमाल कर रहा था, जिसकी वजह से उसे कुछ समय से लगातार पेट दर्द, थकान और मांसपेशियों में कमजोरी जैसी शिकायतें हो रही थीं. वहीं उसके शरीर में सीसे यानी की (Lead) की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई थी.
20 साल से एक ही कुकर का इस्तेमाल
इस केस की जानकारी शेयर करते हुए डॉक्टर ने बताया कि मरीज की पत्नी 20 साल से एक ही एल्यूमीनियम प्रेशर कुकर का इस्तेमाल कर रही थीं. जिसकी वजह से खट्टे या Acidic फूड्स उस पुराने कुकर के मेटल के साथ रिएक्शन करके खाना जहरीला बना रहे थे. वहीं उसके शरीर में सीसे यानी की (Lead) की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई थी.
क्या है लीड प्वॉइजनिंग
लीड प्वॉइजनिंग होने पर शरीर में सीसे की मात्रा काफी ज्यादा पहुंच जाती है. यह जहर आपके सांस लेने के जरिए, त्वचा से संपर्क या खाने-पीने के जरिए शरीर में पहुंच सकता है. यह जहर धीरे-धीरे दिमाग, नसों, किडनी, रिप्रोडक्टिव सिस्टम और डाइजेशन को प्रभावित करता है. जब भी यह होता है तो लोग इसके लक्षणों को हल्के में ले लेते हैं और इग्नोर कर देते हैं.
क्या है इसके लक्षण
लगातार थकान या कमजोरी
पेट में दर्द या मरोड़
सिरदर्द
उल्टी या जी मिचलाना
पैरों और हाथों में झनझनाहट
फोकस में कमी और याददाश्त कमजोर होना
व्यवहार में बदलाव
सेक्स ड्राइव में कमी या बांझपन
एनीमिया
बच्चों में सीखने की समस्या और चिड़चिड़ापन
इस तरीके से करें बचाव
पुराने एल्यूमीनियम या नॉन-फूड ग्रेड बर्तनों का इस्तेमाल तुरंत बंद करें.
खट्टी चीजें (जैसे टमाटर, इमली, दही आदि) पुराने बर्तनों में पकाने से बचें.
बर्तनों की परत उतरने लगे तो उसे बदल दें.
पेंट, प्लास्टिक और लोहे के पुराने सामानों में भी सीसा हो सकता है, इसलिए बच्चों को इनसे दूर रखें.
हर साल नॉर्मल हेल्थ टेस्ट्स करवाएं, खासकर अगर किसी कारण से थकावट या न्यूरोलॉजिकल लक्षण महसूस हो रहे हों.
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.