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Lok Sabha Election 2019: पहले चरण की 91 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

देश के दो बड़े दलों कांग्रेस और बीजेपी के लिए हर चरण में अलग-अलग हालात और अलग-अलग चुनौतियां हैं.

Updated on: 12 Mar 2019, 09:01 AM

नई दिल्‍ली:

सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) का का बिगुल बज चुका है. दिल्‍ली की सत्‍ता पर काबिज होने के लिए लोकसभा की 543 सीटों पर सभी दलों को इस आम चुनाव (General Election 2019) में पसीने बहाने होंगे. देश के दो बड़े दलों कांग्रेस और बीजेपी के लिए हर चरण में अलग-अलग हालात और अलग-अलग चुनौतियां हैं. आइए जानें पहले चरण में क्‍या है चुनौतियां...

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होगा. इनमें सबसे ज्‍याद आंध्र प्रदेश की 25, उत्तर प्रदेश 8, उत्तराखंड 5, असम की 5, बिहार 4, महाराष्ट्र 7,अरुणाचल की 2, छत्तीसगढ़ 1, जम्मू-कश्मीर 2, मणिपुर 1, मेघालय 2, मिजोरम 1, नागालैंड 1, ओडिशा 4, सिक्किम 1, तेलंगाना 17, त्रिपुरा 1, पश्चिम बंगाल 2, अंडमान निकोबार 1 और लक्षद्वीप की 1 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा.

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संप्रग और राजग (UPA-NDA) के लिए ये है बड़ी चुनौती

पहले चरण में इन 20 राज्यों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला नहीं है. इस चरण में त्रिकोणीय भिड़ंत होने की संभावना है. पश्चिम यूपी की आठ सीटों पर सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन की बीजेपी और कांग्रेस से सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है. बिहार में कांग्रेस-आरएलडी का बीजेपी-एलजेपी-जेडीयू के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है.

पूर्वोत्तर की सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई

उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर की ज्यादातर सीटों पर इसी चरण में चुनाव है, ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई दिख रही है. दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की करीब सभी सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. आंध्र प्रदेश में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है, यहां कांग्रेस और बीजेपी कोई खास प्रभाव नहीं है. ओडिशा में बीजेडी, कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है.