कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा किया, बीजेपी पर लगाया यह आरोप
1984 दंगा पीड़ितों को अब तक इंसाफ नहीं मिल सका है. अब जो हुआ सो हुआ उसे भूल जाओ कहना दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा होगा.
highlights
- अब जो हुआ सो हुआ उसे भूल जाओ कहना दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा होगा.
- बेबुनियाद आरोप है कि राजीव गांधी अपने ऑफिस से पूरे दंगों को मॉनिटर कर रहे थे.
- अकाली दल और बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए 1984 सिख दंगों को हवा देते हैं.
नई दिल्ली.:
दिल्ली में चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस नेता सैम पित्रौदा के बयान को लेकर चौतरफा घिरी कांग्रेस ने अंततः उसके नफा-नुकसान को तौलते हुए बयान से किनारा करना ही उचित समझा. इसके साथ ही पार्टी ने पित्रौदा को नसीहत देते हुए भी कहा है कि वह पार्टी लाइन के अनुरूप ही किसी मसले पर बयान जारी किया करें. गौरतलब है कि 84 के सिख नरसंहार के मसले पर पित्रौदा ने कहा था कि जो हुआ सो हुआ. इसके बाद से वह लगातार बीजेपी नेताओं खासकर पीएम नरेंद्र मोदी के निशाने पर हैं.
यह भी पढ़ेंः 2014 में मणिशंकर ने डुबोई थी लुटिया 2019 में राहुल गांधी का ये करीबी उसी राह पर
जो हुआ सो हुआ बयान जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा
इस पर सफाई देने के लिए शुक्रवार को अंततः कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को मैदान में उतरना पड़ा. उन्होंने कहा, मैं सैम पित्रोदा के बयान से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखता हूं. 1984 दंगा पीड़ितों को अब तक इंसाफ नहीं मिल सका है. अब जो हुआ सो हुआ उसे भूल जाओ कहना दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा होगा. कल को आप गोधरा पीड़ितों के लिए भी यही कहेंगे.
यह भी पढ़ेंः लड़कियों को बलात्कार से बचाएगी ये डिजाइनर साड़ी, जानिए कैसे...
कांग्रेस नहीं कुछ लोग 84 दंगों के लिए जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि 1984 दंगों के लिए कांग्रेस पार्टी नहीं बल्कि कुछ लोग जिम्मेदार हैं. उसमें अगर कांग्रेस के लोग थे तो आरएसएस और बीजेपी से जुड़े लोग भी दंगों में शामिल थे. मैं तो पहले भी कई बार कह चुका हूं कि कांग्रेस पार्टी के पांच लोग जिनके नाम मैं कई बार खुले तौर पर लेता हूं वह इन दंगों में शामिल थे और उनको लेकर कानून अपना काम कर रहा है.
यह भी पढ़ेंः सीएम योगी ने महागठबंधन को बताया 'दंगाइयों का गठबंधन', बोले- इनसे दोस्ती मतलब 'आत्महत्या'
गोधरा दंगों पर बीजेपी और पीएम मोदी को घेरा
इसके बाद बीजेपी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि लेकिन मैं मोदी जी से सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर आप राजीव गांधी को 1984 सिख दंगों के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो क्या हम गोधरा के लिए आपको जिम्मेदार मानें? क्योंकि आप भी उस वक्त उस राज्य के मुख्यमंत्री थे. जहां तक मुझे जानकारी है राजीव गांधी उस वक्त बंगाल या बिहार में बैठे हुए थे जब उन्हें इंदिरा गांधी जी की मृत्यु की खबर मिली. ऐसे में उनका हाथ इन दंगों में कैसे हो सकता है.
यह भी पढ़ेंः राम मंदिर पर मध्यस्थों को समय देना हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है: रामदेव
सिर्फ वोट के लिए बीजेपी उठा रही सिख दंगों की बात
उन्होंने कहा कि यह बेबुनियाद आरोप है कि राजीव गांधी अपने ऑफिस से पूरे दंगों को मॉनिटर कर रहे थे. इसमें कोई तर्क नहीं है. ये सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए मोदी और अकाली दल की तरफ से कहा जा रहा है. अगर वह कांग्रेस और राजीव गांधी को 1984 दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं तो क्या हम गोधरा के लिए भी मोदी को जिम्मेदार मानें. हर बार चुनाव के दौरान अकाली दल और बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए 1984 सिख दंगों के मुद्दे को हवा देते हैं ताकि उन्हें वोट मिल सकें.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
TMKOC के को-स्टार समय शाह को याद आई सोढ़ी की आखिरी बातचीत, डिप्रेशन की खबरों पर तोड़ी चुप्पी
-
The Lion King Prequel Trailer: डिज़्नी ने किया सिम्बा के पिता मुफासा की जर्नी का ऐलान, द लायन किंग प्रीक्वल का ट्रेलर लॉन्च
-
Priyanka Chopra: शूटिंग के बीच में प्रियंका चोपड़ा नेशेयर कर दी ऐसी सेल्फी, हो गई वायरल
धर्म-कर्म
-
Weekly Horoscope 29th April to 5th May 2024: सभी 12 राशियों के लिए नया सप्ताह कैसा रहेगा? पढ़ें साप्ताहिक राशिफल
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Puja Time in Sanatan Dharma: सनातन धर्म के अनुसार ये है पूजा का सही समय, 99% लोग करते हैं गलत
-
Weekly Horoscope: इन राशियों के लिए शुभ नहीं है ये सप्ताह, एक साथ आ सकती हैं कई मुसीबतें