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Fact Check : WHO ने कोरोना को बताया सीजनल वायरस? जानें सच

देश में कोरोना संक्रमण का संकट अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार भी गरम हो गया है. सोशल मीडिया पर अब जानलेवा महामारी को लेकर नया दावा सामने आया है.

Updated on: 08 Jun 2021, 04:55 PM

highlights

  • सोशल मीडिया पर WHO का एक बयान हो रहा वायरल
  • अब कोरोना में सोशल डिस्टेंसिंग की जरुरत नहीं : WHO 
  • कोरोना वायरस को WHO ने बताया सीजनल वायरस ?

 

नई दिल्ली:

देश में कोरोना संक्रमण का संकट अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार भी गरम हो गया है. सोशल मीडिया पर अब जानलेवा महामारी को लेकर नया दावा सामने आया है. कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है, इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है. सोशल मीडिया में वायरल पोस्ट में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के हवाले से दावा किया जा रहा है कि कोरोना एक सीजनल वायरस है. इससे बचने लिए जिस्मानी दूरी और आइसोलेशन की ज़रूरत नहीं है.

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सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दावा

इस पोस्ट में दावा किया गया है कि डब्ल्यूएचओ ने अपनी गलती मानी है और पूरी तरह से यू-टर्न लेते हुए कहा है कि कोरोना एक सीजनल वायरस है, यह मौसम के बदलाव के दौरान होने वाला खांसी, जुकाम, गला दर्द है, इससे घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. इस पोस्ट में ये भी दावा किया जा रहा है कि कोरोना के मरीज़ को ना तो मास्क पहनने की ज़रूरत है औ ना ही सोशल डिस्टेंसिंग की ज़रूरत है.

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पीआईबी फैक्ट चेक की पड़ताल में दावा फर्जी

अगर इस फैक्ट की सच्चाई की बात करें तो फैक्ट चेक पड़ताल में ये दावा गलत पाया गया है. पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने इस दावे पर पड़ताल की और इस गलत पाया है. पीआईबी ने फैक्ट चेक में पाया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. कोविड-19 एक संक्रामक बीमारी है, जिसमें सामाजिक दूर और आईसोलेशन जरूरी है. ऐसे में अगर आपके पास कोई ऐसा पोस्ट आया है या वॉट्सऐप पर ऐसी जानकारी शेयर की गई है तो इस पर विश्वास ना करें. साथ ही कोरोना को लेकर सरकार की ओर से जारी की जाने वाली गाइडलाइन का पालन करें और कोई भी दिक्कत होने पर टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें.