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Fact Check: क्या WHO के डॉक्टर कोरोना के नाम पर गुमराह कर रहे है, जानें सच

सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि जिसमें दावा किया जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO के डॉक्टरों ने कोरोना कहा है कि कोविड 19 से अब डरने की जरूरत नहीं है.

Updated on: 07 Nov 2020, 12:40 PM

नई दिल्ली:

कोरोना सकंट अभी देश में कम नहीं हुआ है. हर दिन हजारों में कोरोना संक्रमण के केस सामने आते है. कोविड 19 से लोग पर परेशान है. लोगों के मन में हमेशा डर रहता है. वह बाहर निकलते है तो बहुत सावधानी के साथ. मुंह पर मास्क लागाए रखते है, जेब में सेनेटाइजर की छोटी बोतल रखते है. हाथ को ग्लब्स से ढके रहते है. किसी भी बाहरी समान को छूने से पहले हाथ को धोते है और सेनेटाइज कर रहे है. वहीं, सोशल मीडिया पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तरीकों के पोस्ट भी लोगों ने शेयर किए है. 

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इस बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि जिसमें दावा किया जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO के डॉक्टरों ने कोरोना कहा है कि कोविड 19 से अब डरने की जरूरत नहीं है. ना ही अब मास्क पहनने की आवश्यकता है. साथ ही ना सामाजिक दूरी बनाने की. वहीं, इस मैसेज के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की यह जानने की जिज्ञासा बढ़ गई की आखिर क्या सच में WHO ने इस तरह का कोई मैसेज दिया है. क्या सच में अब कोविड 19 से डरने की जरूरत नहीं.

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वायरल हो रहे इस मैसेज की पीआईबी फैक्ट चेक ने पूरी पड़ताल की है. पीआईबी फैक्ट चेक ने दावा कि कोविड 19 एक दूसरे को छूने से होता है. यह छूत की बीमारी है, मास्क पहनने जैसी सावधानियां, सामाजिक दूरी का पालन करना जरूरी है. वायरल हो रहा मैसेज पूरी तरह से फेक है. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वायरल मैसेज की पूरी पड़ताल पोस्ट की है. पीआईबी ने लिखा- वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि WHO के डॉक्टर COVID-19 में सामाजिक दूरी और मास्क पहनने के खिलाफ सलाह दे रहे हैं. PIB Fact Check: दावा FAKE हैं. COVID-19 एक छूत की बीमारी है, मास्क पहनने जैसी सावधानियां, सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए.