logo-image

Fact Check: क्या है सड़क पर हेलिकॉप्टर खींचते तालिबानियों का सच?

वायरल वीडियो अफ़गानिस्तान के कंधार का बताया जा रहा है.

Updated on: 09 Sep 2021, 02:48 PM

highlights

  • अमेरिकी सेना ने अफ़गानिस्तान छोड़ने से पहले अपने ज़्यादातर हथियार और विमान नष्ट कर दिए थे
  • वीडियो शेयर करते हुए केके पंडित नाम के यूजर ने लिखा "तालिबान के हाथ अमेरिका का खजाना लग गया है
  • तालिबानी युद्धक हेलिकॉप्टर को अपने कब्जे में लेकर उसे उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया में 30 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है, वीडियो में एक युद्धक हेलिकॉप्टर को किसी वाहन की मदद से खींचते हुए देखा जा सकता है. दावा किया जा है कि अमेरिका के अफगानिस्तान से बाहर निकलने के बाद तालिबानी युद्धक हेलिकॉप्टर को अपने कब्जे में लेकर उसे उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. वायरल वीडियो अफ़गानिस्तान के कंधार का बताया जा रहा है. वीडियो शेयर करते हुए केके पंडित नाम के यूजर ने लिखा "तालिबान के हाथ अमेरिका का खजाना लग गया है. किसी साइट पर मैंने पढ़ा था कि ब्लैक हॉक और अपाचे और F16 यानि दुनिया की कोई कंपनी जो लड़ाकू हेलिकॉप्टर या लड़ाकू विमान बनाती है वह अपने मुख्यालय से भी उसे कंट्रोल कर सकती है या उसका सॉफ्टवेयर इस तरह से करप्ट कर सकती है."

चूंकि अमेरिकी सेना ने अफ़गानिस्तान छोड़ने से पहले अपने ज़्यादातर हथियार और विमान नष्ट कर दिए थे, ऐसे में हेलिकॉप्टर उड़ाने की कोशिश करना बेमानी लगता है....फिर भी हमने कुछ की-वर्ड्स की मदद से इस वीडियो की पड़ताल की...हमने वीडियो के की-फ्रेमिंग कर गूगल रिवर्स इमेज टूल पर सर्च किया तो हम रूसी भाषा की piter.tv नाम की वेबसाइट पर पहुंच गए...जहां इस वीडियो को लेकर एक रिपोर्ट 5 जून 2020 वेबकास्ट की गई थी. इस रिपोर्ट में वायरल हो रहे वीडियो के स्क्रीनशॉट भी लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ें:Fact Check: 12,500 रुपये का करें निवेश...4.62 करोड़ का रिटर्न पाए, जानें क्या है सच्चाई

रिपोर्ट का अनुवाद करने पर पता चला कि लीबियाई सरकार ने रूसी Mi-35 हेलिकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया है. यह हेलिकॉप्टर पहले लीबियाई नेशनल आर्मी के पास था, जिसे जीएनए यानि गवर्नमेंट ऑफ नेशनल एकॉर्ड ने अपने कब्जे में ले लिया. मीडिया रिपोर्ट से हमें जो जानकारी मिली उसकी पुष्टि याकूप एकमेन नाम के एक टर्किश पत्रकार ने भी की...जिन्होंने अपने ट्वीट में बताया है कि जीएनए ने त्रिपोली एयरपोर्ट पर मौजूद Mi-35 हेलिकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया.

इस तरह हमारी पड़ताल में साबित हो गया कि वायरल हो रहा वीडियो अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि लीबिया का है और वो भी करीब एक साल पुराना.