Fact Check: क्या फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली है सरकार
कोरोना संकट के इस दौर में फर्जी खबरों का बाजार भी गर्म है. ऐसे में एक खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार अब इन फर्जी खबरों को बनाने वाले फर्जी पत्रकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
नई दिल्ली:
कोरोना संकट के इस दौर में फर्जी खबरों का बाजार भी गर्म है. ऐसे में एक खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार अब इन फर्जी खबरों को बनाने वाले फर्जी पत्रकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. दरअसल सूचना एंव प्रसारण मंत्री के हवाले से वाट्सऐप पर एक मैसेज शेयर किया जा रहा है. इस मैसेज में सबसे ऊपर लिखा है, 'फर्जी पत्रकारों के खिलाफ पूरे देश में होगी एफआईआर. इसमें सूचना एवं प्रसारण मंत्री @PrakashJavdekar के कथित वक्तव्य के हवाले से कहा जा रहा है कि फर्जी पत्रकार जेल जाएंगे.
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क्या है इस दावे की सच्चाई?
वाट्सऐप पर वायरल हो रहा ये मैसेज गलत हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया. इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने उनका ट्विटर अकाउंट भी चेक किया लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई ट्वीट नहीं किया है और न ही उन्होंने पिछले कुछ दिनों में इस तरह का बयान दिया है.
एक व्हाट्सएप मैसेज में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री @PrakashJavdekar के कथित वक्तव्य के हवाले से कहा जा रहा है कि फर्जी पत्रकार जेल जाएंगे#PIBFactCheck: ऐसा वक्तव्य केंद्रीय मंत्री @PrakashJavdekar ने कभी नहीं दिया ना ही ऐसा कोई प्रस्ताव मंत्रालय के सामने है pic.twitter.com/UJFRDbaJyW
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 2, 2020
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इसके अलावा पीआईबी की तरफ से भी इस बात की पुष्टी की गई है कि प्रकाश जावड़ेकर ने इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव मंत्रालय के सामने है. ऐसे में ये साफ है कि वाट्सऐप पर वायरल हो रही ये खबर गलत है.