logo-image

Fact Check: 2100 रुपये दें और नौकरी के साथ-साथ पाएं लैपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल फोन

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के नाम पर लोगों को चूना लगाया जा रहा है.

Updated on: 01 Mar 2021, 09:36 AM

highlights

  • बेटी बचाई बेटी पढ़ाई की फर्जी वेबसाइट पर हो रहा ठगी का काम
  • 2100 रुपये में नौकरी, लैपटॉप, मोबाइल फोन का दे रहे लालच
  • PIB Fact Check ने किया फर्जी वेबसाइट का भंडाफोड़

नई दिल्ली:

टेक्नोलॉजी के विकास के साथ-साथ टेक्नोलॉजी से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, वैसे-वैसे फ्रॉड के तरीकों में भी बदलाव आ रहे हैं. आज के इस आधुनिक समय में टेक्नोलॉजी का गलत फायदा उठाकर ठगी का काम तेजी से फैल रहा है. इसी सिलसिले में भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के नाम पर लोगों को चूना लगाया जा रहा है. दरअसल, 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' नाम की एक फर्जी वेबसाइट पर झूठी जानकारी देकर पैसों की ठगी की जा रही है.

ये भी पढ़ें- क्या वैक्सीन के लिए देने होंगे 500 रुपये? जानिए वायरल मैसेज का सच

'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के नाम से बनाई गई इस फर्जी वेबसाइट पर 2100 रुपये में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान में नौकरी का लालच दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, वेबसाइट पर कहा जा रहा है कि 2100 रुपये देने पर नौकरी के साथ-साथ लैपटॉप, प्रिंटर और मोबाइल फोन भी दिया जाएगा. वेबसाइट पर कहा गया है कि ये जॉब डिजिटल इंडिया की ओर से दी जा रही है, जिसमें फुल टाइम और पार्ट टाइम काम भी किया जा सकता है. फर्जी वेबसाइट पर कहा गया है कि डिजिटल इंडिया की ओर से 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान में दी जा रही नौकरी 32 साल की होगी. 32 साल की नौकरी करने के बाद रिटायरमेंट भी दिया जाएगा, जिसमें 10 लाख 15 हजार रुपये मिलेंगे.

ये भी पढ़ें- संतोष आनंद के नाम पर हो रही है Crowdfunding, जानें इस खबर की सच्चाई

PIB Fact Check ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस फर्जी वेबसाइट की सच्चाई से पर्दा उठाया है. PIB Fact Check ने ट्विटर पर लिखा है, ''महिला एवं बाल विकास के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की फर्जी वेबसाइट पर दावा किया जा रहा कि 2100 रुपये देने पर नौकरी, लैपटॉप, प्रिंटर और मोबाइल उपलब्ध कराए जाएंगे. यह वेबसाइट महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की नहीं है.''