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देश के चार बड़े उद्योगपतियों के काले कारनामों पर बनी 'बैड बॉय बिलियनेयर्स'

इस सीरीज की कहानी बिजनेस टायकून विजय माल्या, गहनों के व्यापारी नीरव मोदी, आईटी एक्जीक्यूटिव रामलिंगा राजू और सहारा ग्रुप के मुखिया सुब्रत रॉय के जीवन पर आधारित है

Updated on: 07 Oct 2020, 06:19 PM

नई दिल्ली:

नेटफ्लिक्स (Netflix) की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘बैड बॉय बिलियनेयर्स’ (Bad Boy Billionaires) रिलीज होने के बाद से सुर्खियों में है. इस सीरीज की कहानी बिजनेस टायकून विजय माल्या, गहनों के व्यापारी नीरव मोदी, आईटी एक्जीक्यूटिव रामलिंगा राजू और सहारा ग्रुप के मुखिया सुब्रत रॉय के जीवन पर आधारित है. इस डॉक्यूमेंट्री को रिलीज करने के लिए नेटफ्लिक्स ( Netflix) को 1 महीने की कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी जिसके बाद इसे रिलीज की हरी झंडी मिली. अब बात करते हैं उन लोगों की जिन पर यह सीरीज आधारित है.

1- विजय माल्या (Vijay Mallya)

विजय माल्या, नीरव मोदी, सुब्रत रॉय और रामलिंग राजू सब में एक बात कॉमन है वो ये कि इन सब ने फ्रॉड किया है. किंग फिशर के मालिक विजय माल्या (Vijay Mallya) ने भारतीय स्टेट बैंक समेत कई बैंकों को कुल 9000 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. विजय माल्या (Vijay Mallya) हमेशा से ही अपनी लाइफस्टाइल की वजह से सुर्खियों में रहता था. जब विजय माल्या के बुरे दिन शुरू हुए तो उसने एक कर्ज को चुकाने के लिए दूसरा कर्ज लिया. इसके बाद धीरे-धीरे हालत और खराब होती चली गई और बाद में वो देश छोड़कर फरार हो गया.

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2- नीरव मोदी (Nirav Modi)

हीरे का कारोबार करने वाले नीरव मोदी (Nirav Modi) ने भी भारत के कई बैंको को चूना लगाया है. गुजरात में जन्में नीरव ने बेल्जियम में रहकर पढ़ाई की, उनका परिवार पीढ़ियों से हीरे के कारोबार में रहा है. परिवार का कारोबार संभालने के साथ-साथ नीवर मोदी ने कुछ काले कारनामे भी शुरू कर दिये थे. नीरव मोदी ने पीएनबी के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी भुगतान पत्र बनवाए. जिसके बाद उसने करीब 13 हजार करोड़ का घोटाला किया और रातों-रात देश छोड़कर भाग गया.

3- सुब्रत रॉय (Subrata Roy)

सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन सुब्रत रॉय (Subrata Roy) भी फ्रॉड करने वालों की लिस्ट में शामिल हैं. सुब्रत रॉय पर निवेशकों के पैसे नहीं लौटाने का आरोप है. उन्होंने सहारा ग्रुप की दो कंपनियों के जरिए कंपनी ने 2.25 करोड़ निवेशकों से करीब 24 हजार करोड़ रुपये उठाए थे. ये पैसे कहां खर्च हुए इस बात का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है.

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4- रामलिंग राजू (Ramalinga Raju)

लगभग 11 साल पहले रामलिंग राजू (Ramalinga Raju) ने पहली बार माना कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी के राजस्व को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया था. तब सत्यम कंप्यूटर्स के सीईओ और चेयरमैन रहे राजू ने 7,136 करोड़ रुपये के आर्थिक गबन की बात स्वीकार करते हुए पद छोड़ दिया था. रामलिंग राजू (Ramalinga Raju) ने पहले स्पिनिंग मिल शुरू की थी, जिसका नाम श्री सत्यम रखा था। बाद में ये कंपनी टेक्नोलॉजी कंपनी बन गई.