अमेजन प्राइम पर रिलीज हुई मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म 'पेंगुइन', डॉगी ने निभाई अहम भूमिका
'पेंगुइन' (Penguin) का निर्माण कार्तिक सुब्बाराज ने स्टोन बेंच फिल्म्स के बैनर तले किया है और पैशन स्टूडियोज के तहत कार्तिकेन संथानम, सुधन सुंदरम और जयराम द्वारा यह रचित है
फिल्म पेंगुइन( Photo Credit : फोटो- @keerthysureshofficial Instagarm)
अमेजन प्राइम वीडियो की मिस्ट्री थ्रिलर 'पेंगुइन' (Penguin) आज 19 जून, 2020 को रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म के साथ ईश्वर कार्तिक बतौर निर्देशक अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं. वहीं, मुख्य भूमिका कीर्ति सुरेश (Keerthy Suresh) द्वारा निभाई गई है, जो एक बेहद आशाजनक परफॉर्मेस में दिखाई देंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साइरस नामक एक कुत्ता भी इस फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है! कीर्ति सुरेश ने साइरस के साथ काम करने का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, 'हालांकि मैंने पहले भी कुत्तों के साथ शूटिंग की है और मलयालम में एक फिल्म शूट करने के बाद शायद मुझे कुत्तों से अधिक लगाव हो गया है. वह मेरी दूसरी फिल्म थी और फिल्म कुत्तों के बारे में थी और मैंने उसमें एक अंधी लड़की की भूमिका निभाई थी और वह मेरे लिए एक गाइड डॉग की तरह था. इसलिए मैं हमेशा से इनसे वाकिफ रही हूं. इन सबके बाद मैं फिर से एक डॉगी के साथ अभिनय कर रही हूं.'
उन्होंने कहा, 'मुझे याद है कि जब ईश्वर ने मुझे इसकी कहानी सुनाई थी, तो उन्होंने कहा था कि वह इस भूमिका के लिए शायद अपने डॉगी मैडी को इसका हिस्सा बनाएंगे, लेकिन इसी के साथ वह एक अन्य ट्रेंड डॉग की भी तलाश करेंगे.'
अभिनेत्री आगे कहती हैं, 'बाद में उन्होंने मुझे बताया कि वह एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित ब्लैक लैब्राडॉर ढूंढ़ने में असमर्थ रहे हैं, इसलिए वह मैडी को इसका हिस्सा बनाने चाहते हैं. मैडी ने किस तरह सेट का वातावरण बनाए रखा? इस सवाल पर कीर्ति ने कहा, 'यह बेहद मजेदार था. मैडी एक बहुत ही प्यारा कुत्ता है और उसके साथ रहना बहुत मजेदार था. मैं वास्तव में मैडी के साथ फिर से काम करना चाहती हूं.'
अमेजन प्राइम वीडियो में भारत सहित 200 देशों और क्षेत्रों में तमिल व तेलुगू में इस बहुप्रतीक्षित फिल्म को देखा जा सकता है. इसे डबिंग के सहारे मलयालम संस्करण में भी पेश किया जाएगा. 'पेंगुइन' (Penguin) का निर्माण कार्तिक सुब्बाराज ने स्टोन बेंच फिल्म्स के बैनर तले किया है और पैशन स्टूडियोज के तहत कार्तिकेन संथानम, सुधन सुंदरम और जयराम द्वारा यह रचित है.