Ramanand Sagar Ramayan: 38 साल बीत जाने के बाद भी एक ऐसा शो है, जिसका मुकाबला आज तक कोई नहीं कर पाया. ये वो पौराणिक धारावाहिक है जिसे देश ही नहीं, दुनिया के कई हिस्सों में पूजा गया. रामानंद सागर की ‘रामायण’ ने भारतीय टेलीविजन को नया डायमेंशन दिया और दर्शकों के दिलों में ऐसी जगह बना ली, जिसे कोई और नहीं ले सका.
12 भाषाओं में डब, 53 देशों में टेलीकास्ट
‘रामायण’ को 12 भारतीय भाषाओं में डब किया गया और इसे 53 देशों में टेलीकास्ट किया गया था. जब इस शो का 2020 में लॉकडाउन के दौरान दुबारा प्रसारण हुआ, तो उसने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया. एक दिन में 77 मिलियन दर्शकों ने इसे देखा और 25 दिनों में इसे 8.5 अरब बार देखा गया. इसके साथ ही IMDb पर इसे 9.1 की रेटिंग प्राप्त है, जो इसे अब तक के सबसे लोकप्रिय शोज में से एक बनाती है.
रविवार बन गया ‘रामायण दिवस’
1987 में जब ये शो हर रविवार सुबह 9:30 बजे प्रसारित होता था, तब पूरा देश मानो थम जाता था. सड़कें सुनसान हो जाती थीं, दुकानें बंद हो जाती थीं, और लोग टीवी स्क्रीन के सामने बैठकर घंटी और शंख बजाकर ‘रामायण’ देखना शुरू कर देते थे. ये एक ऐसा दृश्य होता था जहां घर-घर में पूजा जैसा माहौल बन जाता.
वो किस्से जो अब भी कर देते हैं भावुक
सागर वर्ल्ड के मुताबिक, चंडीगढ़ में एक दुल्हन ने शादी एक घंटे के लिए टाल दी क्योंकि वो 'रामायण' का एपिसोड मिस नहीं करना चाहती थी. वहीं मुजफ्फरनगर में एक शवयात्रा एपिसोड खत्म होने के बाद निकाली गई ताकि लोग शो पूरा देख सकें. साथ ही कश्मीर में नाविक नाव चलाने से मना कर देते थे. तो वहीं, नासिक में तीर्थयात्रियों को पूजा कराने के लिए पुजारी नहीं मिलते थे.
वहीं एक बार राष्ट्रपति भवन में दो मंत्री शो देखने के कारण शपथ ग्रहण समारोह में देरी से पहुंचे थे. जम्मू-कश्मीर में बिजली गुल होने पर लोगों ने गुस्से में बिजलीघर पर हमला कर दिया था. वहीं महाराष्ट्र के सतारा में एक दुल्हन शो पूरा देखकर ही मंडप पहुंची. इसके साथ ही कर्नाटक में एक व्यक्ति की ‘रामायण’ देखते हुए मौत हो गई और अंतिम संस्कार शो खत्म होने के बाद किया गया.
सीरियल ने बदली सोच और रिश्ते
वहीं रांची के एक मानसिक अस्पताल में पहले लोग बंदरों को पत्थर मारते थे, लेकिन ‘हनुमान’ के प्रभाव से उन्होंने खाना देना शुरू कर दिया. इसके अलावा, लाहौर और अफ्रीका तक में इस धारावाहिक का असर देखने को मिला. जी हां, भरत मिलाप एपिसोड देखकर दो मुस्लिम भाइयों ने 10 साल पुराना झगड़ा खत्म कर लिया. वहीं एक व्यापारी लक्ष्मण के मूर्छित दृश्य को देखकर कोमा में चला गया, जिसके बाद रामानंद सागर की टीम ने 24 घंटे के अंदर लक्ष्मण को जीवित दिखाते हुए एक विशेष क्लिप प्रसारित की, जिसे देखकर वह ठीक हो गया.
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