This Actress Once Arrested In Prostitution: साल 2009 में दक्षिण भारतीय फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम कर चुकी एक्ट्रेस भुवनेश्वरी उस वक्त विवादों में घिर गईं, जब उन्हें जिस्मफरोशी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. इस घटना ने न सिर्फ उनके फिल्मी करियर को झटका दिया, बल्कि उनकी निजी और सामाजिक छवि को भी बुरी तरह प्रभावित किया.
जी हां, तेलुगू और तमिल फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस भुवनेश्वरी एक समय पर छोटे पर्दे और सिनेमा की जानी-मानी हस्ती थीं. लेकिन साल 2009 में उन पर लगे जिस्मफरोशी के गंभीर आरोपों ने उनके करियर को गहरा झटका दिया. इस गिरफ्तारी के बाद उनकी लाइफ पूरी तरह बदल गई, और उन्होंने बाद में राजनीति का रुख किया.
2009 में आरोपों से मचा था बवाल
साल 2009 में पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि भुवनेश्वरी अपने घर से वेश्यावृत्ति का रैकेट चला रही हैं. इस आधार पर छापा मारा गया, जिसमें भुवनेश्वरी के साथ दो मॉडल और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया. बताया गया कि ये कार्रवाई पड़ोसियों की शिकायत के बाद की गई, जिन्हें उनके घर पर आपत्तिजनक गतिविधियों का संदेह था. पुलिस के अनुसार, भुवनेश्वरी पर ये भी आरोप था कि उन्होंने दो मॉडल्स को जबरन इस धंधे में धकेला.
फोन रिकॉर्ड्स से हुए खुलासे
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को भुवनेश्वरी के मोबाइल फोन से कई दलालों के नंबर और कथित तौर पर अन्य एक्ट्रेसेस के नाम भी मिले, जो इस अवैध धंधे से जुड़ी हो सकती थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भुवनेश्वरी ने पुलिस को बताया था कि वो अन्य कलाकारों के नाम तभी उजागर करेंगी जब पुलिस राजनीतिक दबाव के बिना कार्रवाई का भरोसा देगी.
नेताओं और अफसरों से संबंधों के आरोप
पूछताछ में ये भी सामने आया कि भुवनेश्वरी के कुछ प्रभावशाली नेताओं और उच्च सरकारी अधिकारियों से संबंध थे. हालांकि, एक्ट्रेस ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा था कि वो किसी भी तरह के देह व्यापार में शामिल नहीं हैं और गिरफ्तारी के वक्त सिर्फ अपने दोस्तों के साथ थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया था कि भुवनेश्वरी ने एक बड़े नेता के बेटे को ब्लैकमेल कर 50 करोड़ रुपये वसूले और इस रैकेट के जरिए करोड़ों की कमाई की थी.
फिल्मी करियर पर असर
भुवनेश्वरी की ये गिरफ्तारी उनके फिल्मी करियर के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई. उन्होंने कुछ समय तक फिल्मों में काम किया, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने राजनीति की ओर रुख कर लिया. वो ‘ऑल इंडिया मूवेंदर मुन्नानी कजागम’ नामक पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष बनीं. बाद में उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, और उन्हें फंसाया गया. भुवनेश्वरी पर ये भी आरोप लगे कि उन्होंने डीएमके नेताओं के प्रभाव का उपयोग कर केस को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन लास्ट में अदालत ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया.
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