Actor son death: किसी मां-बाप के सामने उनके जिगर के टुकड़े की मौत हो जाए तो ये दुख मरते दम तक खत्म नहीं होता है. अपनी आंखों के सामने अपनी औलाद का शव देख कोई भी टूट के बिखर जाता है. ऐसा ही दर्दनाक हादसा बाॅलीवुड के एक मशहूर एक्टर भी झेल चुके हैं, जब उनकी आंखों का तारा 11 साल की उम्र में ही इस दुनिया को छोड़ गया. अपने मासूम बेटे के निधन से एक्टर इस कदर टूट गए थे कि उनका भगवान तक से भरोसा उठ गया था और उन्होंने घर से भगवान की मूर्ति तक हटा दी थी. आइए जानते हैं उस एक्टर के बारे में, जिसका दर्द सुनकर आपकी आंखें भी भर आएंगी.
एक्टर के 11 साल के बेटे की हो गई थी मौत
यहां जिस एक्टर की बात हो रही है वो शेखर सुमन हैं. शेखर सुमन कई टीवी शोज को होस्ट कर चुके हैं. उन्होंने 1984 में वाह जनाब से टेलीविजन पर शुरुआत की थी. इसके बाद वह 'देख भाई देख', 'रिपोर्टर', 'कभी इधर कभी उधर', 'छोटे बाबू', 'अंदाज', 'अमर प्रेम', 'विलायती बाबू', 'मूवर्स एन शेकर्स', जैसे कई शोज में नजर आए. इसके बाद शेखर ने फरवरी 2006 तक स्टार वन पर 'दीवाने, द ग्रेट इंडियन' कॉमेडी शो की मेजबानी की. इसके अलावा भी शेखर कई टीवी शोज और फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं.
बेटे की मौत से टूट गए थे एक्टर
शेखर की पर्सनल लाइफ तो काफी शानदार रही है, लेकिन उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ में वो दिन देखें, जिसका दर्द वो शायद ही कभी मिटा सकते हैं. दरअसल, एक्टर का ये दर्द उनके बेटे की मौत से जुड़ा है. शेखर कई इंटरव्यूज में अपने बेटे को खो देने के दर्द पर बात भी कर चुके हैं. उनके बेटे का नाम आयुष था. उस दिन वो अपने बेटे को गोद में लेकर सिर्फ यही प्रार्थना कर रहे थे कि कोई चमत्कार हो जाए. लेकिन ईश्वर ने उनकी एक नहीं सुनी और उनसे उनके मासूम बेटे को छीन लिया.
बेटे की मौत से उठा भगवान से भरोसा
शेखर सुमन ने अपनी जिंदगी के सबसे दिल दहला देने वाले पल के बारे में बात की और बताया कि कैसे उनके बेटे को एक बीमारी हुई और उसका इलाज कराने के लिए उन्होंने हर मुमकिल कोशिश की. लेकिन जब लाख कोशिशों के बाद भी उनका बेटा नहीं बचा तो उनका भगवान पर से भरोसा ही उठ गया. बेटे की मौत से वह इस कदर टूट गए थे कि उन्होंने भगवान की पूजा करना भी बंद कर दी थी. उनके घर का मंदिर भी बंद रहता था. शेखर सुमन ने कहा, 'सभी मूर्तियां ले जाकर बाहर फेंक दीं. मंदिर बंद कर दिया था. मेरा भगवान से भरोसा उठ गया, जिसने मुझे इतना दर्द दिया, मुझे इतना दुख पहुंचाया, एक खूबसूरत, मासूम बच्चे की जान ले ली.' शेखर सुमन ने आगे बताया था कि बेटे की मौत से वह इस कदर टूट गए थे कि उनके अंदर जीने की इच्छा तक खत्म हो गई थी.
बेटे को थी दिल की बीमारी
बता दें कि शेखर सुमन के बड़े बेटे आयुष को दिल की बीमारी थी जिसके इलाज के लिए एक्टर उन्हें लंदन तक ले गए थे. इतना ही नहीं उन्होंने बेटे के ठीक होने के लिए हर मंदिर और मजार पर जाकर दुआ भी मांगी थी. यहां तक कि उन्होंने बौद्ध धर्म तक को अपना लिया था. लेकिन जब इतना सब कुछ करने के बाद भी उनके बेटे की मौत हो गई तो उनका भगवान से ही भरोसा उठ गया था.
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