Sharmila Tagore Hurt By BCCI Decision: मंसूर अली खान पटौदी का नाम आज भी भारतीय क्रिकेट के सुनहरे पन्नों में दर्ज है. नवाब पटौदी को भारत के टॉप कप्तानों में से एक माना जाता था. महज 21 साल की उम्र में भारतीय टीम की कमान संभालने वाले नवाब पटौदी छक्के लगाने के लिए मशहूर थे. मंसूर भले ही सालों पहले दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. लेकिन उन्हें क्रिकेट के मैदान में हमेशा याद किया जाता है. जिसका जरिया उनके नाम से आयोजित होने वाले एमके पटौदी ट्रॉफी भी है.भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली यह टेस्ट सीरीज 2007 में शुरू हुई थी, जो 1932 में हुए पहले भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट मैच की याद में खेली जाती है.
बीसीसीआई ने लिया ये फैसला
लेकिन हाल ही में बीसीसीआई ने मंसूर अली खान से जुड़े इस ट्रॉफी को लेकर एक ऐसा फैसला लिया है, जिसको लेकर उनकी वाइफ शर्मिला टैगोर भड़क गई हैं. दरअसल, भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर आयोजित होने वाली एमएके पटौदी ट्रॉफी को रिटायर किया जा रहा है. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) इसे बदलने पर विचार कर रहा है. इस फैसले को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. हालांकि, एक्ट्रेस ने बीसीसीआई के इस फैसले पर अपना गुस्सा जाहिर किया है.
भड़की शर्मिला ने कह डाली ये बात
एक इंटरव्यू के दौरान शर्मिला टैगोर ने कहा कि 'इस बात की सूचना उनके बेटे सैफ अली खान को लेटर लिखकर दी गई कि वो अब ट्रॉफी को रिटायर करने वाले हैं. उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई. इसपर नाराजगी जाहिर हुए शर्मिला टैगोर ने कहा ‘बीसीसीआई ‘टाइगर’ की विरासत को याद रखना चाहता है या नहीं, यह उनका फैसला है. उनके इस कदम से आहत हूं.'
पटौदी खानदान को मिल रहे बार-बार झटके
बता दें कि पटौदी खानदान के लिए ये इस साल का कोई पहला झटका नहीं है. कुछ दिन पहले देर रात सैफ के घर में चोर घुस आया था. जिसने सैफ पर चाकू से हमला किया था.जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं इससे पहले जनवरी, में मध्य प्रदेश में हाईकोर्ट पटौदी परिवार की ऐतिहासिक संपत्तियों जिनकी अनुमानित कीमत 15,000 करोड़ है. उसे शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया था.
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