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Birthday Special: बॉलीवुड की दुनिया में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो सिर्फ अपनी फिल्मों के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी जिंदगी के रंगीन और दिलचस्प किस्सों के लिए भी याद किए जाते हैं. सलीम खान भी उन्हीं सितारों में से एक हैं, जिनकी फिल्मों के साथ-साथ उनकी जीवन यात्रा भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी है. सलीम खान का नाम बॉलीवुड में सिर्फ उनके लेखन की वजह से ही नहीं, बल्कि उनकी प्रेरणादायक लाइफ की कहानी के कारण भी बड़ा है.
बचपन की दुखद कहानी और लेखन का शौक
सलीम खान का जन्म 24 नवंबर 1935 को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में हुआ था. उनका बचपन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था, लेकिन इसमें कई दुख भी छिपे थे. जब सलीम सिर्फ चार साल के थे, तब उनकी मां का निधन टीबी के कारण हो गया था. 14 साल की उम्र में उनके सिर से पिता का साया भी उठ गया. ऐसे में उनके बड़े भाई ने उनकी परवरिश की और उन्हें संघर्ष के कई मायने सिखाए.
बचपन से ही सलीम खान की लेखनी में एक अलग रूचि थी. वह अपने दोस्तों के लिए लव लेटर लिखते थे, जिनमें उनका लेखन इतना भावनात्मक और सुंदर होता था कि दोस्तों की गर्लफ्रेंड्स भी उनसे प्रभावित हो जाती थीं. यह लेखन की कला ही बाद में सलीम को फिल्मी दुनिया तक ले गई और उन्हें लोगों के दिलों की भावनाओं को समझने में मदद मिली.
फिल्मी करियर की शुरुआत
सलीम खान ने 1960 में फिल्म ‘बारात’ से बॉलीवुड में एक्टिंग की शुरुआत की, जिसके निर्देशक के. अमरनाथ थे. हालांकि, एक्टिंग में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन यही वक्त था जब उन्होंने महसूस किया कि उनकी असली ताकत लेखन में है. एक्टिंग के छोटे-मोटे रोल्स करते हुए सलीम ने फिल्मी दुनिया को समझा और फिर उन्होंने लेखन की दिशा में कदम बढ़ाया.
जावेद अख्तर के साथ मिलकर हिट फिल्मों का निर्माण
सलीम खान का नाम बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन फिल्म लेखकों में गिना जाता है. उन्होंने जावेद अख्तर के साथ मिलकर कई ऐतिहासिक और सुपरहिट फिल्में लिखीं. 'जंजीर', 'शोले', 'दीवार', 'क्रांति', 'सीता और गीता', और 'यादों की बारात' जैसी फिल्मों ने सलीम-जावेद की जोड़ी को एक नई पहचान दी. इन फिल्मों के डायलाग और कहानियां आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं.
सलीम खान और जावेद अख्तर की लेखन जोड़ी इतनी सफल और प्रभावशाली रही कि उनकी फीस कभी-कभी अभिनेता-अभिनेत्रियों से भी ज्यादा हो जाती थी. इन दोनों की जोड़ी ने बॉलीवुड को ऐसे संवाद दिए, जो पीढ़ी दर पीढ़ी मशहूर होते गए.
सम्मान और पुरस्कार
सलीम खान ने अपने करियर में कई पुरस्कार और सम्मान भी हासिल किए हैं. उनकी लिखी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े और फिल्म इंडस्ट्री में उनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया. आज भी उनकी फिल्मों की लेखनी और उनके संवाद नए लेखकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं.
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