सिनेमा में नई सोच: शार्ट फिल्म ‘TAPS’ के जरिए ऋचा चड्ढा और अली फज़ल ने दी ये सीख
ऋचा चड्ढा और अली फज़ल की पेशकश ‘TAPS’ एक अनूठी प्रेम कहानी है, जो भारतीय सिनेमा में समावेशिता को नया आयाम देती है. यह फिल्म यूट्यूब पर उपलब्ध है और सिनेप्रेमियों को पसंद आएगी.
बॉलीवुड में जब भी कुछ नया और अनूठा होता है, तो दर्शकों की उत्सुकता चरम पर होती है. इस बार ऋचा चड्ढा और अली फज़ल ने एक ऐसी पेशकश की है, जो सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि सोचने का नजरिया बदलने वाली कहानी है. ‘TAPS’ नाम की यह शॉर्ट फिल्म एक खूबसूरत विचित्र प्रेम कहानी को दर्शाती है, जो न केवल समाज के रूढ़िवादी विचारों को चुनौती देती है बल्कि सच्चे प्यार की भावनाओं को भी उभारती है.
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इस फिल्म की ख़ास बात यह है कि यह निर्देशक और निर्माता सुधांशु सरिया के फिल्मी करियर का 10वां साल भी सेलिब्रेट कर रही है. ‘TAPS’ के रिलीज़ की तारीख भी खास रखी गई, क्योंकि यह फिल्म उनके जन्मदिन के मौके पर रिलीज़ हुई है. यानी यह फिल्म उनके लिए सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं बल्कि उनके फिल्मी सफर का एक अहम पड़ाव भी है.
कहानी जो दिल को छू लेगी
‘TAPS’ का निर्देशन और लेखन अरविंद कॉलीगी ने किया है, जिन्होंने इस कहानी को बेहद संवेदनशील और वास्तविक तरीके से बुना है. यह फिल्म केवल एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि आत्म-स्वीकृति, पहचान की खोज और समाज की पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देने की यात्रा है. ऋचा चड्ढा और अली फज़ल जैसे बड़े सितारों की मौजूदगी ने इस फिल्म को और भी खास बना दिया है. ये दोनों कलाकार हमेशा से ही ऐसे प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देते आए हैं, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का जज्बा रखते हैं.
समावेशी सिनेमा की ओर एक मजबूत कदम
इस फिल्म का निर्माण सुधांशु सरिया की कंपनी FourLine Entertainment ने किया है. साथ ही कशिश आर्ट्स फाउंडेशन और Lotus Visual Productions भी इस प्रोजेक्ट से जुड़े हैं. सुधांशु सरिया, जो ‘Ulajh’ और ‘Big Girls Don’t Cry’ जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, हमेशा से सामाजिक बदलाव लाने वाली कहानियों पर काम करते रहे हैं. इस बार भी उन्होंने भारतीय सिनेमा में एक नया अध्याय जोड़ा है, जिसमें क्वीर प्रेम कहानियों को मुख्यधारा में लाने की पहल की गई है.
यूट्यूब पर मुफ्त उपलब्ध
‘TAPS’ को यूट्यूब पर रिलीज़ किया गया है, जिससे यह फिल्म अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुंच सके. इसे बिना किसी रुकावट के, बिना किसी सब्सक्रिप्शन के देखा जा सकता है. यह एक ऐसा मौका है, जब भारतीय दर्शक ऐसी कहानियों को खुले दिल से अपनाकर बदलाव की दिशा में एक कदम आगे बढ़ सकते हैं.
‘TAPS’ केवल एक फिल्म नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश है, जो प्यार की सीमाओं को तोड़ता है और समाज को एक नया दृष्टिकोण देता है. ऋचा चड्ढा और अली फज़ल जैसे बड़े कलाकार जब इस तरह की कहानियों को सपोर्ट करते हैं, तो इससे सिनेमा की दिशा और दशा दोनों बदलती हैं. सुधांशु सरिया की यह नई पेशकश एक जरूरी फिल्म है, जिसे हर किसी को देखना चाहिए. यह फिल्म दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है कि प्यार का कोई दायरा नहीं होता और हर किसी को अपने तरीके से जीने का अधिकार है.