60s Bollywood Films: बॉलीवुड सुपरस्टार राजेश खन्ना, अफसोस हमारे बीच नहीं हैं पर उनका काम और उनकी बनाई हुई लेगेसी अब भी जिन्दा है. उनके फैंस अब भी उनकी फिल्मों को बिलकुल उसी तरह से याद करते हैं जैसे मानो वो कल ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई हो, लेकिन हम जिस फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं उसने राजेश खन्ना को ना सिर्फ भारत बल्कि ग्लोबल स्तर पर भी असीम पॉपुलैरिटी हासिल करवा दी थी.
राजेश खन्ना की फिल्म 'आखिरी खत'
जिस फिल्म की बात हम कर रहे हैं, उस फिल्म का नाम था आखिरी खत' जिसमें पहली बार राजेश खन्ना नजर आए थे, हालांकि बॉक्स ऑफिस के मामले पर फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा पायी थी पर इस फिल्म से राजेश खन्ना के रूप में बॉलीवुड को पहला सुपरस्टार मिला था. साल 1967 में इस फिल्म को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज की कैटेगरी के लिए ऑस्कर्स में भेजा गया था उस वक्त फिल्म को काफी ज्यादा पॉपुलैरिटी शुमार हुई थी, हालांकि फिल्म को एक भी नॉमिनेशन नहीं मिल पाया था पर अपनी जानदार स्टोरीलाइन और म्यूजिक के बल पर फिल्म को काफी लोगों ने पसंद किया था.
बाद में बनाए गए रीमेक
राजेश खन्ना की फिल्म 'आखिरी खत' इस लेवल पर फेमस हो गई थी कि बाद में उस फिल्म के तीन रीमेक्स बनाए गए जो अपने में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस फिल्म को तमिल में 1979 में शिवकुमार और सुजाता अभिनीत 'पून्थलिर' के रूप में और 1981 में तेलुगू में 'चिन्नारी चिट्टी बाबू' के रूप में बनाया गया था, इसके बाद साल 1974 में भी इस फिल्म को तुर्की में 'गरिप कुस' के रूप में बनाया गया था, जिसे ग्लोबल स्केल पर काफी ज्यादा पुरस्कार हासिल हुए थे.
'आखिरी खत' के बारे में और
इस फिल्म को बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर चेतन आनंद ने लिखा और डायरेक्ट किया था जिन्होनें 'नीचा नगर', 'हकीकत', टैक्सी ड्राइवर' और 'हीर रांझा' जैसी आइकोनिक फिल्में बनाई थीं. फिल्म की कहानी एक पति पर आधारित थी जो अपनी पत्नी से अलग होने के बाद अपने बेटे की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर देता है, लेकिन बाद में जब उसे अपनी पत्नी की मौत की खबर मिलती है, तो वह अपने बेटे की तलाश में निकल पड़ता है जिसके दौरान उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ जाता है.
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