Manoj Kumar Death: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार का शुक्रवार सुबह निधन हो गया है. उन्होंने 87 साल की उम्र में मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली. इस खबर से पूरे बॉलीवुड और उनके फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ गई है.
1960-70 के दशक में अपने करियर के शिखर पर पहुंचने वाले मनोज कुमार न सिर्फ एक एक्टर थे, बल्कि डायरेक्टर, एडिटर और लिरिस्ट भी थे. उन्हें नेशनल और फिल्मफेयर जैसे अवॉर्ड्स के अलावा पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया है. उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी स्ट्रगल देखा. देश के बंटवारे के दौरान भी उन्होंने बहुत अत्याचार सहे. चलिए जानते हैं, उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें.
रिफ्यूजी कैंप में रहे
मनोज कुमार का जन्म एबटाबाद में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है. 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान मनोज कुमार अपने परिवार के साथ दिल्ली आए थे. उस समय मनोज कुमार (Manoj Kumar Passes Away) की उम्र महज 10 साल की थी और उन्हें रिफ्यूजी की तरह रहना पड़ा था. इस दौरान उन्होंने काफी कुछ अत्याचार सहे. उन्होंने इस दौरान अपने छोटे भाई को भी खो दिया था. उनकी मां की भी तबीयत खराब थी.
एक्टर ने खुद एक इंटरव्यू में इस बारे में बताया था कि जब वो रिफ्यूजी कैंप में थे तो सायरन बजते ही डॉक्टर और नर्स अंडरग्राउंड हो जाते थे. एक बार उनकी मां और भाई की तबीयत खराब थी और उनकी मां चीखती रही पर कोई नहीं आया. ऐसे में उनके भाई की मौत हो गई. तब उन्होंने गुस्से में डॉक्टरों और नर्सों को बुरी तरह पीट दिया था.
पुलिस के खाए डंडे
मनोज कुमार बहुत ही गुस्सैल हुआ करते थे और बात-बात पर मारपीट करने लगे थे. इसी तरह एक बार गुस्से की वजह से उन्हें पुलिस ने भी काफी पीटा था. फिर उनके पिता ने उन्हें कसम दी कि वो कभी लड़ाई नहीं करेंगे. इसके बाद से ही उन्होंने गुस्सा करना कम किया. ये बहुत कम लोग जानते हैं कि मोनज कुमार का असली नाम हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी था.
दरअसल, मनोज कुमार को फिल्में देखना अच्छा लगता था और वह दिलीप कुमार के दीवाने थे. इसलिए दिलीप कुमार की फिल्म 'शबनम' में उनका नाम मनोज कुमार था. इसके बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखते समय अपना नाम मनोज कुमार रख लिया.
Manoj Kumar Passes Away: फिल्म अभिनेता मनोज कुमार का निधन, 87 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा