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मनमोहन सिंह
भारत के अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार की रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुवर्ज्ञिन संस्थान यानी की एम्स में 92 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में भी काम किया है. वहीं अब उनकी मौत के बाद बॉलीवुड के 2 फिल्मी सितारे आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल, दिग्गज एक्टर अनुपम खेर और हंसल मेहता के बीच फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर बहस छिड़ गई है.
द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर की बुराई
खेर और मेहता के बची यह वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी की पोस्ट के बाद शुरू हुई. सांघवी ने शुक्रवार को फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को ‘अब तक की सबसे खराब हिंदी फिल्मों में से एक’ करार दिया. यह फिल्म सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू के संस्मरण ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर आधारिता थी. इस फिल्म में 2019 में प्रदर्शित हुई राजनीतिक ड्रामा फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में ‘झूठ’ से भरी हुई थी.
मनमोहन सिंह के बारे में झूठ
खेर ने फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एक्टर अक्षय खन्ना ने बारू का रोल निभाया था. फिल्म में प्रधानमंत्री के रूप में उनकी चुनौतियों और उनके प्रशासन पर कांग्रेस पार्टी के प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया गया था. सांघवी ने एक्स पर लिखा, 'अगर आप मनमोहन सिंह के बारे में जो झूठ बोले गए थे, उन्हें याद करना चाहते हैं, तो आपको 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को फिर से देखना चाहिए. यह न केवल अब तक की सबसे बुरी हिंदी फिल्मों में से एक है, बल्कि यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे मीडिया का इस्तेमाल एक अच्छे आदमी की छवि को खराब करने के लिए किया गया.' मेहता (56) ने सांघवी के इस पोस्ट को साझा किया और लिखा, '100 फीसदी.’’
फिल्म निर्माता को कहा पाखंडी
वहीं मेहता द्वारा सांघवी के पोस्ट समर्थन करने से खेर नाराज हो गए. जिन्होंने फिल्म निर्माता को ‘पाखंडी’ करार दिया. उन्होंने यह भी बताया कि मेहता ने फिल्म के ‘क्रिएटिव डायरेक्टर’ के रूप में काम किया था. इसके आगे उन्होंने कहा कि इन सब में पाखंडी वीर सांघवी नहीं हैं. उन्हें किसी फिल्म को नापसंद करने की आजादी है. लेकिन हंसल मेहता फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के ‘क्रिएटिव डायरेक्टर’ थे, जो इंग्लैंड में फिल्म की पूरी शूटिंग के दौरान मौजूद थे. उन्होंने अपनी क्रिएटिव जानकारी दी और इसके लिए उन्होंने फीस भी ली होगी.'
हमें इसे अपनाना चाहिए
एक्टर खेर (69) ने लिखा, 'इसलिए वीर सांघवी की टिप्पणी पर 100 फीसदी भरोसा जताना बहुत ही गड़बड़ और दोहरे मानदंडों से भरा है!' खेर ने कहा कि हालांकि वह सांघवी की राय से सहमत नहीं हैं, लेकिन उनका मानना है कि कलाकार ‘बुरा या उदासीन काम कर सकता है. उन्होंने कहा, 'लेकिन हमें इसे अपनाना चाहिए. हंसल मेहता की तरह नहीं, जो लोगों के एक खास वर्ग को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं. हंसल, बड़े हो जाओ. मेरे पास अब भी हमारे साथ फिल्माए किए गए सभी वीडियो और तस्वीरें हैं!'
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