/newsnation/media/media_files/2025/07/12/kangana-ranaut-called-politics-an-expensive-hobby-she-said-what-will-50-60-thousand-rupees-do-2025-07-12-12-51-59.jpg)
Kangana Ranaut On Her MP Salary
Kangana Ranaut On Her MP Salary: कंगना रनौत ने एक्टिंग की दुनिया में अपनी गहरी छाप छोड़ी है. जी हां, अपने दमदार अभिनय और बेबाक अंदाज के लिए मशहूर कंगना ने राजनीति में कदम रख लिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि, राजनीति की शुरुआत के कुछ ही समय बाद कंगना ने अपने अनुभवों को लेकर जो बयान दिए हैं, वो चौंकाने वाले हैं. चलिए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा?
सरकारी सैलरी को लेकर कही ये बात
हाल ही में एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कंगना रनौत ने सांसद के रूप में मिलने वाली सैलरी को अपर्याप्त बताया. उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा कहती हूं कि राजनीति एक बहुत महंगा शौक है. वहीं जब उनसे 'शौक' शब्द के इस्तेमाल पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'अगर आप एक ईमानदार इंसान हैं, तो सांसद की भूमिका को आप एक प्रोफेशन के रूप में नहीं देख सकते, क्योंकि इसमें गुजारा करने के लिए अलग से नौकरी की जरूरत पड़ती है.'
कंगना ने आगे कहा कि सांसद के रूप में मिलने वाली करीब 1.24 लाख की मासिक सैलरी में से ज्यादातर खर्च कर्मचारियों पर चला जाता है. उन्होंने कहा, 'कुक और ड्राइवर की सैलरी देने के बाद मुश्किल से ₹50,000 से ₹60,000 ही बचते हैं.'
निर्वाचन क्षेत्र में यात्राएं पड़ती हैं महंगी
वहीं कंगना ने बताया कि मंडी जैसे बड़े और पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना बेहद खर्चीला है. उन्होंने कहा, 'अगर मुझे किसी स्टाफ के साथ 300-400 किलोमीटर की यात्रा करनी हो, तो खर्च लाखों में होता है. ये सच में एक महंगा शौक है.' इसके साथ ही कंगना ने ये भी कहा कि कई सांसद राजनीति के साथ-साथ अन्य पेशे भी अपनाते हैं. उन्होंने बताया, 'जो लोग मुझसे पहले आए, जैसे जावेद अख्तर जी, वो आज भी अपने पेशे से जुड़े हुए हैं. बहुत से सांसद बिजनेस करते हैं या वकालत करते हैं.'
राजनीति में नहीं आ रहा मजा
इससे पहले भी कंगना रनौत ने यह स्वीकार किया था कि उन्हें राजनीति में मजा नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा था कि समाज सेवा उनके बैकग्राउंड का हिस्सा नहीं है. कंगना ने कहा था कि, 'लोग मेरे पास टूटी हुई सड़कों और नालियों की शिकायत लेकर आते हैं. मैं उन्हें बताती हूं कि ये पंचायत या राज्य सरकार के काम हैं, लेकिन उन्हें फर्क नहीं पड़ता.'
ये भी पढ़ें: राजकुमार राव की Maalik या विक्रांत मैसी की Aankhon Ki Gustaakhiyan, पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर किसने मारी बाजी?
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us