आज हम जिस एक्टर के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने अपने करियर में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्होंने अपनी एक्टिंग से लोगों के दिलों में जगह बनाई थी. चाहे वो उनका विलेन का रोल हो तो चाहे कॉमेडियन का रोल हो. भले ही आज वो हमारे बीच नहीं हो, लेकिन उनके डायलॉग और उनके कैरेक्टर को आज भी लोग याद करते हैं. एक्टर की आज डेथ एनिवर्सरी है. उन्होंने 31 दिसंबर 2018 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. उन्होंने 45 साल से ज्यादा समय अपने करियर में काम किया है, लेकिन उनकी बचपन की जिंदगी काफी मुश्किल से बिती थी.
गरीबी में बिता बचपन
दरअसल, हम बात कर रहे हैं कादर खान की जिनका जन्म 22 अक्टूबर 1937 में हुआ था और उन्होंने 31 दिसंबर 2018 को दुनिया को अलविदा कह दिया था. एक्टर ने कई फिल्मों में काम किया है. जो कि काफी सुपरहिट भी रही है, लेकिन उनका बचपन काफी गरीबी में बीता था. एक्टर का जन्म बलूचिस्तान में हुआ था. उनके तीन भाई थे. हालांकि उनकी आठ साल की उम्र से पहले ही उनकी मौत हो गई थी. एक्टर की मां इकबाल बेगम पिशिन से थीं, बल्कि उनके पिता अब्दुल रहमान खान अफगानिस्तान से थे.
माता-पिता का हुआ तलाक
एक्टर जब भारत में आए थे, तो वह मुंबई के रेड-लाइट एरिया कमाठीपुरा की झुग्गियों में पले-बढ़े थे. उनका वहां पर वेश्यावृत्ति, ड्रग्स और हत्या हर चीज देखी थी. जब वह सिर्फ तीन साल के थे, तब उनके माता-पिता का तलाक हो गया, जिससे उनके लिए हालात और भी बदतर हो गए. कादर खान के असली पिता एक मौलवी और प्रोफेसर थे.
मस्जिद के बाहर मांगी भीख
इसके बाद उनकी मां ने दूसरे आदमी से शादी कर ली. जिसके बाद उनके सौतेले पिता ने उनकी जिंदगी काफी ज्यादा खराब कर दी थी. एक्टर ने अपनी मां के लिए भीख तक मांगी थी. वे डोंगरी में मस्जिक के बाहर भीख मांगते थे इन पैसों से उनके घर में दो वक्त की रोटी बनती थी.
कब्रिस्तान से लिया सीन
वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक वह रात में कब्रिस्तान जाया करते थे. जहां जाकर वह रियाज कर रहे थे कि तभी उनके चेहरे पर किसी ने टॉर्च की रोशनी मारी. तभी उनसे पूछा कि वो यहां क्या कह रही हैं. तभ उन्होंने बताया कि वह रियाज कर रहे हैं. वह शख्स कोई और नहीं बल्कि अशरफ खान थे. उन्होंने उनसे कहा कि वह नाटक में काम क्यों नहीं करते. जिसके बाद उनका करियर शुरु हुआ.
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