logo-image

प्रियंका चोपड़ा सहित इन फेमस सेलेब्रिटीज के पर्सनल डेटा पर हैकर्स का अटैक, मांगी फिरौती

न्यूयॉर्क स्थित इस फर्म से हैकर्स ने कुल 756जीबी डेटा को चुराया है, जिसमें कॉन्टेक्ट, गुप्त अनुबंध, फोन नंबर्स, ईमेल एड्रेस और व्यक्तिगत बातचीत शामिल है

Updated on: 12 May 2020, 05:09 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका में स्थित एक प्रतिष्ठित मीडिया और एंटरटेनमेंट फर्म में से प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra), लेडी गागा, मैडोना, निकी मिनाज (Nicki Minaj), ब्रूस स्प्रिंगस्टीन जैसे कई प्रख्यात हस्तियों के डेटा की चोरी हो गई है, जहां हैकर्स ने इन सेलेब्रिटीज के निजी डेटा को हैक कर लिया है. वैरायटी डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क स्थित इस फर्म से हैकर्स ने कुल 756जीबी डेटा को चुराया है, जिसमें कॉन्टेक्ट, गुप्त अनुबंध, फोन नंबर्स, ईमेल एड्रेस और व्यक्तिगत बातचीत शामिल है.

इस लॉ फर्म का नाम ग्रबमैन शायर मीसेलस एंड सैक्स है, जिसमें जीएसएमलॉ डॉट कॉम के नाम से भी जाना जाता है. यहां रिविल मालवेयर नाम से किसी ने फिरौती की मांग की. अन्य जिन मशहूर हस्तियों के पर्सनल डेटा की चोरी हुई है, उनमें क्रिस्टीना एगुइलेरा, मारिया कैरी, जेसिका सिंपसन, नाओमी कैंपबेल, रॉबर्ट डी नीरो, सोफिया वेरगारा, स्पाइक ली, द ओस्बोर्न्‍स (ओजी, शेरोन और केली) सहित और भी कुछ शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: फिल्म 'डॉन' के टाइटल से खुश नहीं थे डिस्ट्रीब्यूटर्स, अमिताभ बच्चन ने शेयर कीं यादें

इस कानूनी फर्म के प्रतिनिधियों की तरफ से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है और उनका वेबसाइट जीएसएमलॉ डॉट कॉम भी इस वक्त ऑफलाइन है, जहां सिर्फ इनका लोगो ही दिख रहा है.

इसके साथ ही इस फर्म के क्लाइंट या ग्राहकों की सूची में डिस्कवरी, ईएमआई म्यूजिक ग्रुप, फेसबुक, एचबीओ, आईमैक्स, एमटीवी, एनबीए एंटरटेनमेंट, प्लेबॉय एंटरप्राइजेज, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, सोनी क्रॉप, स्पोटीफाई, ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल, यूनीवर्सल म्यूजिक ग्रुप सहित और भी कई हैं.

एक वैश्विक साइबर सिक्योरिटी फर्म सोफोस के मुताबिक, कानूनी फर्म के काम-काज को सामान्य रूप से अस्थायी तौर पर रोकने के बजाय रेनसमवेयर (फिरौती मांगने वाला सॉफ्टवेयर) ने इनके सेलेब्रिटी क्लाइंट्स के पर्सनल डेटा को चुरा लिया. सोफोस ने कहा कि इस तरह के रेनसमवेयर हमलों में साइबर क्रिमिनल्स चुराए हुए डेटा के खुलासे का धमकी देकर फिरौती की मांग करते हैं. हालिया महीनों में, साइबर क्रिमिनल्स ने अपना खूब फायदा किया है.