Emraan Hashmi Intimate Scenes: इमरान हाशमी का नाम आते ही दर्शकों को उनकी फिल्मों की डार्क स्टोरीलाइन, इमोशनल इंटेंसिटी और सबसे ज्यादा उनके इंटीमेट सीन्स याद आते हैं. वहीं मर्डर, जन्नत, गैंगस्टर, और राज: द मिस्ट्री कंटीन्यूज जैसी फिल्मों ने न सिर्फ उन्हें एक सफल एक्टर बनाया, बल्कि उन्हें 'सीरियल किसर' का टैग भी दिलाया. लेकिन क्या इस टैग को लेकर इमरान सहज हैं? और इस ऑन-स्क्रीन इमेज को लेकर उनके परिवार का क्या रुख है? इमरान हाशमी ने खुद एक इंटरव्यू में इस पर खुलकर बात की थी. चलिए हम आपको बताते हैं कि उन्होंने इस पर क्या कुछ कहा?
'सीरियल किसर का टैग मेरे लिए नार्मल बन गया है'
इमरान हाशमी ने कहा, 'मुझे एहसास हो गया है कि ‘सीरियल किसर’ का टैग मेरे साथ जुड़ गया है, और अब मैं इससे लड़ने की कोशिश नहीं करता.' वहीं इमरान हाशमी के मुताबिक, ये उनकी ऑन-स्क्रीन पर्सनालिटी का हिस्सा बन चुका है और दर्शकों को उनसे यही उम्मीद रहती है.
जब फिल्म में किस नहीं किया, तो दर्शक रह गए हैरान
वहीं इमरान ने एक दिलचस्प किस्सा शेयर करते हुए बताया कि 2009 में रिलीज हुई फिल्म 'तुम मिले' में उन्होंने और सोहा अली खान ने कोई लिप-लॉक सीन नहीं किया था. ऐसे में इस पर दर्शकों की प्रतिक्रिया जानकर वो चौंक गए थे. उन्होंने कहा, 'मैं थिएटर में फिल्म देख रहा था और जब वो सीन आया जहां मैं और सोहा अकेले हैं, तब पास बैठा एक दर्शक बोल उठा, ‘इमरान हाशमी इस फिल्म में बीमार था क्या?' इमरान ने मजाकिया लहजे में कहा, 'ये वैसा था जैसे सलमान खान किसी फिल्म में शर्ट न उतारे. दर्शकों को लगता है कि उनसे कुछ छिन गया है.'
पत्नी को ऑन-स्क्रीन सीन्स से होती है दिक्कत
इसके साथ ही इमरान ने ये भी स्वीकार किया कि उनकी पत्नी परवीन शाहनी को उनके इंटीमेट और किसिंग सीन्स से परेशानी होती है.
उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी और मेरे पिता, दोनों को इस बात से दिक्कत होती है कि मैं बार-बार ऑन-स्क्रीन इंटीमेट होता हूं. लेकिन वो जानते हैं कि ये सब मेरे लंबे करियर के लिए जरूरी है. भले ही उन्हें ये पसंद न हो, लेकिन वो इसे समझते हैं.'
'यह दर्शकों को खुश रखने का तरीका है'
इमरान मानते हैं कि एक एक्टर होने के नाते उन्हें वो करना होता है जो दर्शकों को पसंद आए. उन्होंने कहा, 'हर एक्टर के पास कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो उसे दर्शकों को खुश रखने के लिए करनी पड़ती हैं. और मुझे लगता है कि ये अपनी शर्ट उतारने से कहीं ज्यादा मजेदार है.'
ये भी पढ़ें: Dhadak 2 Review: क्या आज भी जाति इंसान की पहचान से ऊपर है? ये जानने के लिए पढ़े 'धड़क 2' का रिव्यू