'छिछोरे' की सफलता के बाद सुशांत सिंह राजपूत ने खो दी थीं 7 फिल्में, 'बॉलीवुड प्रिविलेज क्लब' सवालों के घेरे में
कंगना रनौत ने कुछ समय पहले 'कॉफी विद करण' शो, जिसके मेजबान खुद करण जौहर हैं, उनको भाई-भतीजावाद का गॉडफादर कहा था, जो इंडस्ट्री में आने वाले स्टार किड्स की मदद करते हैं और उनके शुरुआती करियर बनाने में मदद करते हैं
सुशांत सिंह राजपूत( Photo Credit : फोटो- @sushantsinghrajput Instagram)
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्महत्या ने बॉलीवुड के पावर कैंप के निर्मम तरीकों पर चर्चा छेड़ दी है. खास कर उन युवाओं के लिए जो पूरे भारत से 'बाहरी' लोग के तौर पर अपने सपनों को साकार करने के लिए इस उद्योग में आते हैं और जिनका इस जगत में कोई गॉडफादर नहीं होता, उनके साथ कैसा बर्ताव होता है. फिल्म और टेलीविजन उद्योग की यह आम बात है कि जब तक आप उद्योग के किसी लोकप्रिय शख्स की संतान नहीं हैं, तब तक उन्हें आपकी कोई परवाह नहीं है और यह कतई नई बात नहीं है. यह पिछले कई दशकों से चला आ रहा है.
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इस पर चर्चा तब शुरू हुई, जब अभिनेत्री कंगना रनौत ने कुछ समय पहले 'कॉफी विद करण' शो, जिसके मेजबान खुद करण जौहर हैं, उनको भाई-भतीजावाद का गॉडफादर कहा था, जो इंडस्ट्री में आने वाले स्टार किड्स की मदद करते हैं और उनके शुरुआती करियर बनाने में मदद करते हैं. इस मामले में सुशांत और उनकी प्रतिभा दोनों असाधारण थे. वह इंजीनियरिंग में बेहतर करियर बनाने के लिए बिहार से आए थे, फिर बॉलीवुड के सितारों की सूची में तेजी से प्रवेश करने से पहले उन्होंने बैकअप डांसर और टीवी पर आने के लिए संघर्ष किया.
उनका बॉलीवुड का छोटा छह साल का करियर साल 2013 में शहरी मल्टीप्लेक्स हिट फिल्म 'काई पो चे' से शुरू होकर, उनकी अंतिम रिलीज फिल्म, जो पिछले साल बम्पर हिट हुई थी 'छिछोरे' थी. इस फिल्म में उन्होंने साबित कर दिया कि वह असाधारण अभिनेता हैं. तो फिर अभी सोशल मीडिया पर यह खबर क्यों वायरल हो रही है कि बॉलीवुड के सभी शक्तिशाली बैनरों ने उनका 'बहिष्कार' कर दिया था?
इस सिद्धांत को राजनेता संजय निरुपम के शब्दों से मजबूती मिलती है, जिन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि सुशांत ने 'छिछोरे' फिल्म की सफलता के बाद सात फिल्में खो दीं थी, जिसे वे साइन कर चुके थे. निरुपम ने पोस्ट किया, "उन्होंने सिर्फ छह महीने में कई फिल्मों को खो दिया. क्यों? फिल्म उद्योग की निर्ममता बहुत अलग स्तर पर काम करती है. और उस निर्ममता ने एक प्रतिभाशाली व्यक्ति की जान ले ली." आखिर क्यों उन्होंने इन प्रोजेक्ट्स को खो दिया?
बीते कुछ सालों में सुनी सुनाई बातों के अनुसार, सुशांत को कई बड़े बैनर की फिल्मों से रिप्लेस कर दिया गया था, जिसमें संजय भंसाली की 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' और आदित्य चोपड़ा की 'बेफिक्रे' संयोग से दोनों फिल्मों में सुशांत को हटा कर रणवीर सिंह को लिया गया, जो कथित तौर पर सेल्फमेड स्टार हैं, लेकिन अनिल कपूर के घराने से ताल्लुक रखते हैं. वह सोनम कपूर के रिश्ते में भाई लगते हैं. हालांकि, सुशांत ने इन रिजेक्शन के बाद भी अवसाद के संकेत का खुलासा नहीं किया था, कुछ दिन पहले आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "हां, यह बहुत मुश्किल है. यह हर किसी के लिए मुश्किल है क्योंकि हमने कुछ बहुत सफल बाहरी लोगों की कहानियों के बारे में भी सुना है, और दुर्भाग्य से असफल अंदरूनी लोगों की कहानियों के बारे में भी. इसलिए, लंबे समय में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन थोड़े समय के लिए पड़ता है. अंदरूनी लोगों को वास्तव में उनकी विफलताओं को कम करने और उनकी सफलता को बढ़ाने के लिए थोड़ा अधिक स्पेस दिया जाता है."
सुशांत की मौत के बाद अनुभव सिन्हा ने पोस्ट में लिखा, "बॉलीवुड प्रिविलेज क्लब को आज रात बैठकर सोचना चाहिए. अब मुझसे आगे विस्तृत रूप से बताने के लिए मत कहना." सोशल मीडिया पर वायरल होते कंगना के वीडियो और सिन्हा की तीखे पोस्ट के अलावा शेखर कपूर और रणवीर शौरी ने भी पोस्ट किया, साथ ही साथ सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट सपना भवनानी ने भी कहा कि यह स्पष्ट रूप से उन सभी एस्पीरेंट्स के लिए अच्छा नहीं होगा जिनके पास मैजिक एंट्री पास नहीं है और जिनका पारिवारिक संबंध नहीं है.