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सूखे नारियल के पाउडर में ड्रग्स छिपाकर कर रहा था तस्करी, साउथ फिल्मों का डायरेक्टर फरार

एनसीबी और दिल्ली पुलिस ने एक फिल्म निर्माता की टीम को गिरफ्तार किया है जो नारियल या ड्राई फ्रूट से ड्रग्स छिपाकर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भेज रहा था.

Updated on: 09 Mar 2024, 05:25 PM

नई दिल्ली:

एनसीबी और दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. जो 50 किलोग्राम नशीला पदार्थ बनाने वाला रसायन जब्त किया है, जिसे छिपाकर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भेजा जा रहा था. मिश्रित खाद्य पाउडर और सूखा नारियल का इस्तमाल किया गया है. एनसीबी ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी नेटवर्क के मास्टरमाइंड की पहचान एक तमिल फिल्म निर्माता के रूप में की गई है, जो फिलहाल फरार है. 

ड्रग तस्करी करने वाला फिल्म निर्माता फरार

एक बयान में एनसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने खुलासा किया कि गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों ने मादक पदार्थ रोधी एजेंसी को सूचित किया कि उन्होंने पिछले तीन सालों में कुल 45 स्यूडोएफ़ेड्रिन शिपमेंट भेजे थे. इन शिपमेंट में लगभग 3,500 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन था, जिसका अनुमानित मूल्य अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में 2,000 करोड़ से अधिक है. ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि एनसीबी और दिल्ली पुलिस की टीमों ने लगभग चार महीने पहले ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई. 

लगभग 3,500 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन मिला

जानकारी के आधार पर नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने भारत से दोनों देशों में भेजे जा रहे सूखे नारियल पाउडर के भीतर छिपी बड़ी मात्रा में स्यूडोएफ़ेड्रिन के बारे में सचेत किया. इसके अतिरिक्त, सिंह ने कहा कि अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन ने इन शिपमेंट के स्रोत के रूप में दिल्ली को इंगित करते हुए पूरक खुफिया जानकारी प्रदान की है. इस सांठगांठ के मास्टरमाइंड की पहचान एक तमिल फिल्म निर्माता के रूप में की गई है, जो अभी फरार है. उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं. 

छापेमारी में 50 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन जब्त 

एनसीबी और विशेष सेल के अधिकारियों ने 15 फरवरी को पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर इलाके में स्थित एक गोदाम पर छापेमारी की, जिसमें 50 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन जब्त किया गया, जिसे मल्टी-ग्रेन खाद्य मिश्रण की एक खेप में छुपाया जा रहा था और तमिलनाडु के रहने वाले तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है. एनसीबी के एक प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा 24 घंटे की भौतिक निगरानी रखी गई, जो पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर में उनके गोदाम तक पहुंची.

1.5 करोड़ प्रति किलोग्राम में बिकती हैं स्यूडोएफ़ेड्रिन

15 फरवरी को जब संचालक मल्टीग्रेन खाद्य मिश्रण की एक कवर खेप में स्यूडोएफ़ेड्रिन को पैक करने की कोशिश कर रहे थे, तो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनसीबी की संयुक्त टीमों ने परिसर पर छापा मारा, जिससे 50 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन की बरामदगी हुई. एनसीबी ने कहा कि स्यूडोफेड्रिन एक पूर्ववर्ती रसायन है और इसका उपयोग मेथामफेटामाइन बनाने के लिए किया जाता है, जो दुनिया भर में मांग वाली एक प्रमुख दवा है और ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में लगभग 1.5 करोड़ प्रति किलोग्राम में बिकती है.