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Shammi Kapoor( Photo Credit : News Nation)
बॉलीवुड के सदाबहार एक्टर शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) का नाम जब भी लिया जाता है तो उनका गाना याद आ जाता है याहू चाहे कोई मुझे जंगली कहे. शम्मी कपूर भले ही आज इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनकी फिल्में और शानदार किरदार आज भी सबके दिलों में बसे हैं. शम्मी लास्ट रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) की फिल्म रॉकस्टार (Rockstar) में नजर आए थे वहीं उन्होंने 14 अगस्त 2011 को आखिरी सांस ली थी. यानी इस दिन वे इस दुनिया को छोड़कर काफी दूर चले गए थे. शम्मी जितने खुशमिजाज फिल्मों में नजर आते थे, उतने ही असल दुनिया में भी थे.
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शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) ने हिंदी सिनेमाजगत में एक से बढकर एक सदाबहार फिल्में दी हैं. उनके पिता पृथ्वीराज कपूर जाने माने अभिनेता थे. इसलिए अभिनय की कला उनको अपने परिवार से विरासत में मिली थी. साल 1953 में आई फिल्म 'जीवन ज्योति' से बतौर अभिनेता शम्मी कपूर ने बॉलीवुड में कदम रखा था. अपनी एक्टिंग और अलग स्टाइल के लिए फेमस शम्मी को काफी जल्दी शोहरत हासिल हो गई थी. वैसे तो शम्मी पर हजारों लड़कियां मरती थीं, लेकिन उनके दिल पर अधिकार मिला गीता बाली को. गीता से शादी करने के लिए शम्मी कपूर को काफी पापड़ बेलने पड़े थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म रंगीन रातें की शूटिंग के दौरान शम्मी कपूर को गीता से प्यार हो गया था और उन्होंने गीता को प्रपोज कर दिया. लेकिन गीता ने शादी से मना कर दिया. हालांकि उसके बाद गीता को शम्मी के प्यार का एहसास हुआ तो उन्होंने शम्मी को कहा कि वह उनसे अभी शादी करेंगी नहीं तो फिर कभी नहीं शादी हो पाएगी. जिसके बाद दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली. इतना ही नहीं जब शम्मी के पास गीता की मांग भरने के लिए सिंदूर नहीं था तो उन्होंने लिप्स्टिक से गीता की मांग भरी. इस तरह से अगस्त 1955 में दोनों एक-दूजे के हो गए.
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शादी के बाद सबकुछ सही चल रहा था कि 10 साल बाद अचानक दोनों के प्यार को नजर लग गई और गीता बाली का निधन हो गया. गीता के निधन के बाद से शम्मी कपूर टूट गए थे और इससे उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर असर पड़ने लगा. परिवार ने जब शम्मी की हालत देखते हुए उन्हें दूसरी शादी करने को कहा तो वह नीला देवी को अपनी पत्नी बनाने के लिए तैयार हो गए. हालांकि उन्होंने शादी से पहले नीला के सामने एक शर्त रखी थी. शम्मी ने नीला से कहा था कि वह शादी के बाद मां नहीं बनेंगी और उनके दोनों बच्चों की परवरिश ही सगी मां की तरह करेंगी. नीला ने शम्मी की इस बात को मान लिया और शादी के बाद नीला ने न सिर्फ शम्मी का बल्कि बच्चों का भी पूरा ध्यान रखा.
खबरों की मानें तो गीता बाली के निधन के बाद शम्मी कपूर का दिल अभिनेत्री मुमताज पर आ गया था. दोनों शादी भी करना चाहते थे, लेकिन एक शर्त ने मुमताज को शम्मी से दूर कर दिया था. कहा ये भी जाता है कि मुमताज जब 18 साल की हुईं तो उन्हें शम्मी कपूर ने शादी का प्रस्ताव दिया, लेकिन इस प्रपोजल के साथ एक शर्त भी जुड़ी हुई थी. शर्त थी कि कपूर खानदान की परंपरा के अनुसार शादी से पहले मुमताज को फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ेगी. फिर क्या था, मुमताज ने अपने परिवार की जिम्मेदारियों के चलते ये शर्त मानने से इंकार कर दिया और दोनों की प्रेम कहानी अधूरी रह गई.
HIGHLIGHTS
- शम्मी कपूर ने मंदिर में की थी गीता बाली से शादी
- गीता बाली के निधन से टूट गए थे शम्मी कपूर
- शम्मी कपूर का दिल मुमताज पर आ गया था
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