बॉलीवुड में कई सितारे आते हैं, चमकते हैं और चले जाते हैं. लेकिन कुछ चेहरे ऐसे होते हैं जो सिर्फ एक्टिंग से नहीं, बल्कि अपने कैरेक्टर और हिम्मत से इतिहास बना जाते हैं. प्रीति ज़िंटा उन्हीं में से एक हैं.
साल 2001 में एक ऐसा केस सामने आया जिसने बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड की मिलीभगत को उजागर कर दिया. डायमंड कारोबारी और फिल्म फाइनेंसर भरत शाह को गिरफ्तार किया गया. आरोप था कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के जरिए जबरन वसूली के पैसों से फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ को फाइनेंस किया. यह मामला महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत दर्ज हुआ.
शाहरुख और सलमान जैसे एक्टर चुप्पी साध ली
जैसे-जैसे केस अदालत में आगे बढ़ा, एक-एक कर गवाह पलटने लगे. सलमान ख़ान, शाहरुख़ ख़ान, संजय दत्त, राकेश रोशन और अन्य कई नामचीन हस्तियों ने या तो अपने बयान बदल लिए या चुप्पी साध ली. कुल मिलाकर 14 गवाह या तो पीछे हट गए या विरोधाभासी बयान देने लगे, जिससे केस कमजोर होता चला गया.
प्रीति ज़िंटा ने डटकर किया सामना
लेकिन इस पूरे मामले में एक नाम ऐसा था जो न सिर्फ मजबूती से खड़ा रहा, बल्कि सच के साथ डटकर खड़ा रहा और वो नाम था प्रीति ज़िंटा.उस दौर में अंडरवर्ल्ड का दबदबा इतना था कि बोलने से पहले भी लोग दस बार सोचते थे. लेकिन प्रीति ज़िंटा ने न सिर्फ अदालत में गवाही दी, बल्कि ये भी साफ कहा कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं. बावजूद इसके, उन्होंने अपने बयान से एक कदम पीछे नहीं हटाया.
यह कोई फिल्मी सीन नहीं था. यह असल ज़िंदगी की कहानी थी, जहां एक युवा अभिनेत्री ने उस वक्त की सबसे बड़ी सच्चाई के सामने झुकने से मना कर दिया. आज जब प्रीति ज़िंटा एक बार फिर चर्चा में हैं, यह वाकया हमें याद दिलाता है कि वह सिर्फ एक स्टार नहीं, बल्कि उस दौर की ‘सुपर एक्ट्रेस’ हैं. जिनकी पहचान सिर्फ सुंदरता और अभिनय से नहीं, बल्कि उनके मजबूत किरदार से होती है.
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