संतोष आनंद की जिंदगी का वो हादसा, जिसे सुनकर आप हो जाएंगे भावुक

जिन संतोष आनंद (Santosh Anand) का लिखा गाना गाकर रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वालीं रानू मंडल (Ranu Mandal) फेमस हो गईं उसके गीतकार बीते कई सालों से गुमनामी का जीवन जी रहे हैं

जिन संतोष आनंद (Santosh Anand) का लिखा गाना गाकर रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वालीं रानू मंडल (Ranu Mandal) फेमस हो गईं उसके गीतकार बीते कई सालों से गुमनामी का जीवन जी रहे हैं

author-image
Akanksha Tiwari
एडिट
New Update
santosh anand

संतोष आनंद की अनसुनी कहानी( Photo Credit : फोटो-@salilsand Instagram)

'एक प्यार का नगमा है' जैसे अमर गीत लिखने वाले मशहूर गीतकार संतोष आनंद (Santosh Anand) 'इंडियन आइडल 12'(Indian Idol 12)  शो में आने के बाद से सुर्खियों में हैं. शो के दौरान संतोष आनंद (Santosh Anand) ने अपनी जिंदगी की दास्तां बयां की तो वहां मौजूद और टीवी पर देखने वाले सभी लोगों की आंखें भर आईं. जिन संतोष आनंद (Santosh Anand) का लिखा गाना गाकर रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वालीं रानू मंडल (Ranu Mandal) फेमस हो गईं उसके गीतकार बीते कई सालों से गुमनामी का जीवन जी रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे संतोष आनंद की दर्द भरी कहानी.

Advertisment

उत्तर प्रदेश के सिकंदराबाद में जन्मे संतोष आनंद (Santosh Anand) ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई की थी. शुरुआत के दिनों में संतोष आनंद (Santosh Anand) ने दिल्ली में बतौर लाइब्रेरियन काम किया. संतोष जी को बचपन से ही कविताओं का बड़ा शौक था, वह दिल्ली में होने वाले कवि सम्मेलनों में हिस्सा लेते थे.

यह भी पढ़ें: 'एक प्यार का नगमा है' जैसे गीत लिखने वाले संतोष आनंद के सुनें ये 5 सदाबहार गाने

इसके बाद आया साल 1970 जिसने संतोष आनंद के जीवन की दिशा को बदल दिया. संतोष आनंद (Santosh Anand) को इस साल पहली बार फिल्म के लिए गाने लिखने का ऑफर मिला. उस फिल्म का नाम था 'पूरब और पश्चिम' जिसके लिए उन्होंने 'पुरवा सुहानी आई रे' गाना लिखा.

 
 
 
 
 
View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial)

इस गाने को दर्शकों ने काफी पसंद किया और उन्हें और फिल्मों के लिए गाने लिखने के ऑफर मिलने लगे. साल 1972 में संतोष आनंद (Santosh Anand) ने फिल्म शोर के लिए 'एक प्यार का नगमा है' गाना लिखा. ये गाना इतना फेमस हुआ कि आज भी लोग इसे सुनना पसंद करते हैं. इसके बाद उन्होंने साल 1974 में फिल्म रोटी कपड़ा और मकान फिल्म के 'मैं ना भूलूंगा…'और 1983 में 'प्रेम रोग' फिल्म के ‘मोहब्बत है क्या चीज’ गाना लिखा जिसके लिए उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. 

यह भी पढ़ें: PHOTO: बिपाशा बसु ने पति करण सिंह ग्रोवर को रोमांटिक अंदाज में किया बर्थडे विश

बेटे और बहू की मौत से टूटे संतोष आनंद

अपने अब तक के करियर में संतोष आनंद (Santosh Anand) ने कई अवॉर्ड अपने नाम किए हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा आया कि संतोष आनंद (Santosh Anand) के जीवन में भूचाल आ गया. संतोष जी के बेटे संकल्प जो कि गृह मंत्रालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को समाजशास्त्र और अपराध शास्त्र की शिक्षा देते थे, उन्होंने अपनी पत्नी और बच्ची के साथ मिलकर आत्महत्या कर ली. इस आत्महत्या में उनकी बच्ची जिंदा बच गई लेकिन संतोष आनंद (Santosh Anand) के बेटे और बहू हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए. इस घटना ने संतोष आनंद (Santosh Anand) को पूरी तरह से तोड़ दिया. जिसके बाद उन्होंने लोगों से दूरी बनाकर अकेले रहना शुरू कर दिया. 'इंडियन आइडल 12'(Indian Idol 12) शो में आने के बाद संतोष जी एक बार फिर सुर्खियों में आए, शो के दौरान नेहा कक्कड़ ने मदद के तौर पर उन्हें 5 लाख रुपए भेंट किये.

HIGHLIGHTS

  • संतोष आनंद इन दिनों सुर्खियों में हैं
  • संतोष आनंद ने कई सदाबहार गाने लिखे हैं
  • संतोष आनंद ने पहला गीत फिल्म पूरब और पश्चिम के लिए लिखा था

Source : News Nation Bureau

Santosh Anand story Santosh Anand songs Santosh Anand
      
Advertisment