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दिलीप कुमार को राखी बांधती थीं लता मंगेशकर, बोलीं- छोटी बहन को छोड़कर चले गये...

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने 98 वर्ष की आयु में हिंदुजा अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था

Updated on: 07 Jul 2021, 02:19 PM

highlights

  • दिलीप कुमार के निधन से सदमे में हैं लता मंगेशकर 
  • लता मंगेशकर ने ट्वीट कर दी दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि
  • लता मंगेशकर, दिलीप कुमार को राखी बांधती थीं

नई दिल्ली:

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के निधन से हिंदी सिनेमाजगत में गम का माहौल है. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने 98 वर्ष की आयु में हिंदुजा अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बॉलीवुड में 'ट्रेजिडी किंग' के नाम से मशहूर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को सोशल मीडिया के जरिए फैंस और सेलेब्स श्रद्धांजलि दे रहे हैं. भारतीय सिनेमा की लीजेंडरी सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने दिलीप कुमार को याद करके बेहद इमोशनल ट्वीट किया है.

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लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'यूसुफ़ भाई आज अपनी छोटी-सी बहन को छोड़ कर चले गये... यूसुफ़ भाई क्या गये, एक युग का अंत हो गया. मुझे कुछ सूझ नहीं रहा. मैं बहुत दुखी हूं. निशब्द हूं. कई बातें, कई यादें हमें देकर चले गये.' बता दें कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को अपना भाई मानती थीं और उन्हें हर साल राखी भी बांधती थीं. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के निधन से फिल्म इंडस्ट्री को गहरा झटका लगा है.

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बता दें कि देविका रानी (Devika Rani) के कहने पर युसुफ खान से अपना नाम बदलकर 'दिलीप कुमार' बने थे अभिनेता. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'ज्वार भाटा' से की थी, जो 1944 में आई. इसके बाद साल 1949 में फिल्म 'अंदाज' (Andaaz) की सफलता ने दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को मशहूर बनाया. दिलीप कुमार ने 'अंदाज' और 'जोगन' (1950), 'दीदार' (1951), 'दाग' (1952), 'देवदास' जैसी फिल्मों में अपने यादगार अभिनय के लिए द ट्रेजेडी किंग का नाम अर्जित किया. महाकाव्य 'मुगल-ए-आजम' (1960), 'गंगा जमना' (1961) और 'आदमी' (1968), और कई भूमिकाओं से उन्होंने लोगों को प्रभावित किया.