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अफगानिस्तान में हुई थी काबुल एक्सप्रेस की शूटिंग, आतंकियों से मिली थी धमकी

इस मुश्क‍िल घड़ी में दुनियाभर से अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोगों के लिए दुआएं की जा रही हैं. तालिबानियों (Taliban) ने इस खूबसूरत देश को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. बॉलीवुड की कई फिल्में भी अफगानिस्तान की जमीं पर शूट की गई हैं. 

Updated on: 17 Aug 2021, 10:18 AM

highlights

  • काबुल एक्सप्रेस को अफगानिस्तान में शूट किया गया था
  • जॉन अब्राहम को आतंकियों से धमकी तक मिली थी
  • फिल्म में विदेशी कलाकारों को भी कास्ट किया गया था

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) ने कब्जा करके पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. अमेरिका और नाटो देशों की फौजों की अफगानिस्तान से वापसी के बाद वहां कि सरकार ध्वस्त हो गई है. इतना ही नहीं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी मुल्क छोड़ दिया है. ऐसे में वहां के जो इस वक्त हालात हैं वह काफी भयाभय हैं. इस मुश्क‍िल घड़ी में दुनियाभर से अफगानिस्तान के लोगों के लिए दुआएं की जा रही हैं. तालिबानियों ने इस खूबसूरत देश को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. बॉलीवुड की कई फिल्में भी अफगानिस्तान की जमीं पर शूट की गई हैं. 

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खुदा गवाह से काबुल एक्सप्रेस तक बॉलीवुड की फिल्में भले ही अफगानिस्तान की धरती पर शूट की गई हों, लेकिन इसमें बड़ा जोखिम उठाना पड़ा था. आज हम आपको फिल्म काबुल एक्सप्रेस के बारे में बताने जा रहे हैं. ये फिल्म साल 2006 में आई थी. इस फिल्म को कबीर खान ने डायरेक्ट किया था और प्रोड्यूसर थे आदित्य चोपड़ा. फिल्म में जॉन अब्राहिम और अरशद वारसी मुख्य भूमिका में थे. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान जॉन अब्राहम को आतंकियों से धमकी तक मिली थी.

साल 2006 में अफगानिस्तान गृहयुद्ध की आग में धधक रहा था. हर तरफ तालिबानियों का आतंक था. इसके बावजूद फिल्म काबुल एक्सप्रेस की शूटिंग अफगानिस्तान में करने की हिम्मत की गई. फिल्म में जॉन अब्राहिम और अरशद वारसी भारतीय पत्रकार की भूमिका निभाते हैं, जो अफगानिस्तान की ग्राउंड रिपोर्टिंग करने जाते हैं. फिल्म में एक अमेरिकी, एक अफगानी और एक पाकिस्तानी एक्टर को भी कास्ट किया गया था, जिससे फिल्म हकीकत के ज्यादा नजदीक दिखे. 

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फिल्म में इन सभी का सामने बेरहमी से तबाह किए गए काबुल से होता है, जिसमें जगह-जगह टूटे हुए आर्मी के टैंक, गोलियां और बम संग अन्य चीजें बिखरी हुई है. फिल्म में शामिल अफगानिस्तान एक्टर हनीफ को असल जिंदगी में एक्टिंग करियर बनाने के लिए तालिबानियों ने अगवा कर बेरहमी से पीटा था. हनीफ 6 महीने तक जेल में बंद रहे थे. उन्होंने बाहर निकलने के लिए अपने घर को बेचा और पुलिस को रिश्वत दी थी. इसके अलावा फिल्म की शूटिंग रोकने के लिए आतंकियों ने जॉन अब्राहम को जान से मारने तक की धमकी दी थी. 

फिल्म के डायरेक्टर कबीर खान ने बताया था कि फिल्म की कास्ट और क्रू को तालिबान से मौत की धमकियां मिली थी. उन्होंने कहा कि 'जब मुझे समझ आया कि मैं काबुल एक्सप्रेस फिल्म को बनाना चाहता हूं, तब मैंने फैसला किया कि फिल्म अफगानिस्तान में ही शूट होगी. यह सिर्फ एक लोकेशन नहीं थी, बल्कि मेरी फिल्म का एक किरदार था.' कबीर ने बताया कि वह अपनी डॉक्यूमेंट्री शूट करने के लिए 10 बार अफगानिस्तान जा चुके थे और वहीं उन्होंने अपनी फीचर फिल्म को भी बनाया.