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ओबामा और शाहजहां की तुलना पर ट्रोल हुए जावेद अख्तर, किये ये Tweet

जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कह दिया कि शाहजहां की रगों में राजपूतों का भी खून था, इसके बावजूद लोग उन्‍हें 'विदेशी' कहकर बुलाते हैं

Updated on: 27 Jul 2021, 10:56 AM

highlights

  • जावेद अख्तर ने शाहजहां पर किया ट्वीट
  • ट्विटर पर ट्रोल हुए जावेद अख्तर
  • जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं

नई दिल्ली:

बॉलीवुड के मशहूर लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) सोशल मीडिया पर अपने बेबाक बयानों की वजह से अक्सर ही सुर्खियों में आ जाते हैं. हाल ही में जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कह दिया कि शाहजहां की रगों में राजपूतों का भी खून था, इसके बावजूद लोग उन्‍हें 'विदेशी' कहकर बुलाते हैं. जावेद अख्तर के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे. अब कोई अपने ट्वीट के जरिए ताजमहल बनवाने वाले शाहजहां की तारीफ कर रहा है तो कोई मुगलिया सल्‍तनत को लानतें भेज रहा है. इस दौरान जावेद अख्तर कई ट्वीट्स का रिप्लाई भी किया..

ये विवाद शुरू हुआ जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के इस ट्वीट से जिसमें उन्होंने लिखा, 'ओबामा के पिता केन्या के थे, उनके चाचा-चाची अब भी केन्‍या में ही रहते हैं मगर चूंकि ओबामा का जन्‍म अमेरिका में हुआ इसलिए उन्‍हें राष्‍ट्रपति चुनाव लड़ने का अधिकार मिल गया. शाहजहां भारत में पैदा होने वाली पांचवीं पीढ़ी थे, उनकी दादी और मां राजपूतानी थीं (75% राजपूत खून) लेकिन वे लोग अभी भी उन्हें विदेशी बोलते हैं.'

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जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर एक नई बहस छिड़ गई और लोग तर्क देने लगे कि ओबामा ने शाहजहां की तरह अत्‍याचार नहीं किए थे, ना ही ओबामा के पूर्वजों ने भारत पर आक्रमण किया था. इसके बाद एक ट्विटर यूजर ने जावेद अख्तर को लिखा, 'ओबामा ने कभी उस देश पर हमला नहीं किया... और यहां भी उन्‍हें (मुस्लिमों) चुनाव लड़ने का अधिकार है. आप दो अलग-अलग चीजों की तुलना क्‍यों कर रहे हैं? तो 75% खून का मतलब है कि उनके नाम भी राजपूतों जैसे होंगे? आप जैसे लोग देश में कभी सच्‍चा भाईचारा नहीं चाहते.... इसलिए ऐसे ट्वीट्स करते हैं.'

इस यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने लिखा, 'शाहजहां की दादी हरखा बाई और मां जगत गोसाईं थीं. उन्‍होंने कभी धर्मांतरण नहीं किया और बाद में उन्‍हें अंतिम संस्‍कार हुआ. जगत गोसाईं की छतरी इलाहाबाद के पास है जहां उन्‍हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया था और उनके बेटे शाहजहां ने उन्‍हें मुखाग्नि दी थी.

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वहीं एक दूसरे ट्विटर यूजर ने जजिया के बारे में सवाल किया जिसका जवाब देते हुए जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'शाहजहां ने नहीं, बल्कि औरंगजेब ने फिर से यह कर लगाया था जिसे अकबर ने रोक दिया था. शिवाजी महाराज ने औरंगजेब को चिट्ठी लिखकर कहा था कि अकबर से इतर आप लोगों को बांट रहे हैं और इसका नतीजा आपके साम्राज्‍य का अंत होगा. वह सही थे.'

बता दें कि गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं और वे समाज, राजनीति, साहित्य, इतिहास हर तरह के मुद्दे पर अपना पक्ष जरूर रखते हैं. जिसकी वजह से कई बार उन्हें ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ता है.