logo-image

पंडित जसराज का आज राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

पंडित जसराज (Pandit Jasraj) का सोमवार को अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. यह जानकारी जसराज के एक पारिवारिक प्रवक्ता ने दी

Updated on: 20 Aug 2020, 03:07 PM

नई दिल्ली:

प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज (Pandit Jasraj) का आज (गुरुवार) राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. पंडित जसराज (Pandit Jasraj) का पार्थिव षरीर बुधवार को अमेरिका के न्यू जर्सी से मुंबई लाया गया था. पंडित जसराज (Pandit Jasraj) का सोमवार को अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. यह जानकारी जसराज के एक पारिवारिक प्रवक्ता ने दी. आज शास्त्रीय संगीत गायक के शरीर को अंतिम दर्शन के लिए वर्सोवा स्थित आवास पर रखा गया. खबरों के मुताबिक, अंतिम संस्कार शाम 4 बजे मुंबई के विले पार्ले की श्मशान भूमि पर किया जाएगा.

इसी दौरान राजकीय सम्मान के तौर पर संगीत मार्तंड पंडित जसराज (Pandit Jasraj) के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा जाएगा. फिर राइफल्स से 21 गोलियां दाग कर उन्हें राजकीय सम्मान दिया जाएगा. सोमवार को अमेरिका में स्थित अपने घर में दिल का दौरा पड़ने के साथ इस महान संगीतज्ञ ने दुनिया को अलविदा कह दिया. वह 90 साल के थे, लेकिन इसके बावजूद वह संगीत के बारे में प्रशंसा करने से नहीं थकते थे और उनसे मिली इसी तारीफ से आजकल के संगीतकारों को बेहद प्रेरणा मिलती थी.

यह भी पढ़ें: SSR Case : रूमी जाफरी से पूछताछ कर रही है ED, सुशांत से करार को लेकर भी होंगे सवाल

उनके करियर का विस्तार आठ दशक से अधिक लंबे समय तक रहा. महज 14 साल की उम्र में उन्होंने गायन में अपना पहला प्रशिक्षण प्राप्त किया, बाद में बड़े भाई पंडित प्रताप नारायण से उन्होंने तबला बजाने का प्रशिक्षण भी लिया. पंडित मणिराम से उन्होंने शास्त्रीय गायन की शिक्षा ली और बाद में मात्र 22 साल की आयु में जयवंत सिंह वाघेला, गुलाम कादिर खान और स्वामी वल्लभास दामुलजी के साथ उन्होंने नेपाल में अपने पहले सोलो कॉन्सर्ट में प्रस्तुति दी.

यह भी पढ़ें: 41 साल के पॉपुलर आर्टिस्ट राम इंद्रनील कामत ने किया सुसाइड

हवेली संगीत के इस विशेषज्ञ ने जसरंगी जुगलबंदी का भी निर्माण किया. वह मेवाती घराना से ताल्लुक रखते थे जिन्हें उनके समकालीन व जूनियरों द्वारा एक ऐसे कलाकार के रूप में याद किया जाता है जो खुद को नई-नई चीजों में ढालने से नहीं कतराते थे, लेकिन जब एक व्यक्तित्व के तौर पर वह मंच पर पहुंचते थे तब उन्हें अपनी कला से भिन्न महसूस करना काफी मुश्किल हो जाता था.

पंडित जसराज (Pandit Jasraj) के निधन पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य कई केंद्रीय मंत्रियों ने दुख जताया है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, सत्तारूढ़ शिवसेना के नेताओं के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व शीर्ष बॉलीवुड हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.

(इनपुट-आईएएनएस से)