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Dilip Kumar Funeral( Photo Credit : News Nation)
बॉलीवुड में 'ट्रेजडी किंग' (Tragedy King) के नाम से मशहूर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का आज निधन हो गया है. लंबी बीमारी के बाद बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिलीप कुमार (Dilip Kumar Passes Away) ने आज (बुधवार) सुबह 7.30 बजे आखिरी सांस ली. दिलीप कुमार ने अपने पूरे करियर में कुल 65 फिल्में की थी, लेकिन उनकी हर फिल्म ने हिंदी सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ी. दिलीप कुमार (Dilip Kumar Funeral) साहब का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उन्हें जूहु के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. दिलीप साहब के निधन से पूरे बॉलीवुड जगत में शोक की लहर है.
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तिरंगे में लपेटा गया पार्थिव शरीर
दिलीप कुमार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान दिलीप कुमार साहब के पार्थिव शरीर पर तिरंगा लपेट कर उन्हें वो सम्मान दिया गया जो शहीदों को दिया जाता है. उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. वहीं दिलीप साहब के निधन से सायरो बानो का रो रोकर बुरा हाल है.
राष्ट्रपति-पीएम ने जताया शोक
सुबह से तमाम बॉलीवुड स्टार दिलीप साहब के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे और दिलीप साहब की पत्नी शायरा बानो को ढांढस बंधाया. दिलीप साहब के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित तमाम राजनेताओं ने भी शोक जताया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उनके घर जाकर परिवारजनों से मुलाकात की. साथ ही उनके अंतिम संस्कार की तैयारियों का जायजा लिया. इसके अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी दिलीप साहब के घर जाकर श्रद्धांजलि दी.
एडवांस्ड प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे
अस्पताल के डॉक्टर ने बताया है कि दिलीप कुमार एडवांस्ड प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे और ये शरीर के बाकी अंगों में फैल गया था. डॉक्टर्स ने बताया है कि दिलीप साहब के प्यूरल कैविटी में पानी था जो कई बार हटाया गया था. उनकी किडनी भी फेल हो गई थी. उन्हें कई बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरुरत पड़ी. हमने आखिरी बार भी किया था लेकिन वह काम नहीं किया था. डॉक्टर ने बताया कि दिलीप कुमार कई महीनों से बिस्तर पर थे मगर बीते कुछ दिनों से रिस्पॉन्स नहीं कर रहे थे. उनके प्यूरल कैविटी से कई बार हमने फ्लूइड निकाला था. उनका ब्लड प्रेशर कम हो रहा था और हीमोग्लोबिन में भी गिरावट हो रही थी. कैंसर शरीर के बाकी अंगों में भी फैल रहा था जिसकी वजह से उनका इलाज करने में दिक्कत हो रही थी.
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ज्वार-भाटा से की थी एक्टिंग की शुरुआत
बता दें कि देविका रानी (Devika Rani) के कहने पर युसुफ खान से अपना नाम बदलकर 'दिलीप कुमार' बने थे अभिनेता. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'ज्वार भाटा' से की थी, जो 1944 में आई. इसके बाद साल 1949 में फिल्म 'अंदाज' (Andaaz) की सफलता ने दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को मशहूर बनाया. दिलीप कुमार ने 'अंदाज' और 'जोगन' (1950), 'दीदार' (1951), 'दाग' (1952), 'देवदास' जैसी फिल्मों में अपने यादगार अभिनय के लिए द ट्रेजेडी किंग का नाम अर्जित किया. महाकाव्य 'मुगल-ए-आजम' (1960), 'गंगा जमना' (1961) और 'आदमी' (1968), और कई भूमिकाओं से उन्होंने लोगों को प्रभावित किया.
HIGHLIGHTS
- फिल्म 'ज्वार भाटा' से बॉलीवुड में रखा था कदम
- दिलीप कुमार का असली नाम यूसुफ खान था
- दिलीप कुमार एडवांस्ड प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे