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Bollywood's Lost Gem Satish Kaushik Birthday Special: दिग्गज अभिनेता सतीश कौशिक 69 वर्ष के हो गए हैं, 1979 में अभिनेता बनने का सपना लेकर मुंबई आए सतीश, अपने एक्टिंग और राइटिंग के बलबूते ऐसे प्रसिद्द हुए, जिसने उनकी लोकप्रियता को सातवे आसमान तक पहुंचा दिया था, इस बीच उन्होंने कई बेहतरीन किरदार निभाए थे, लेकिन दुर्भाग्य से सतीश कौशिक का साल 2023 में 8 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, जो फिल्म जगत के लिए एक बहुत बड़ा लॉस था, उनकी जयंती पर आइए उनकी कुछ सबसे फेमस रोल्स पर एक नजर डालते हैं.
'पप्पू पेजर'
'दीवाना मस्ताना' में, सतीश कौशिक ने पप्पू पेजर की भूमिका निभाई, जो एक बातूनी ठग था, जो अक्सर खुद को मुश्किल परिस्थितियों में पाता था, अनिल कपूर और गोविंदा के साथ उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शकों और क्रिटिक्स ने जमकर सराहां था, क्योंकि उन्हें यह आकर्षक और स्वाभाविक दोनों लगी थी, जो अब भी लोगों के दिलों में जिन्दा है.
'काशीराम'
'राम लखन' में, सतीश कौशिक ने एक दुकान सहायक काशीराम का किरदार निभाया था, जो दिखने में बहुत सरल था, पर अभिनेता ने अपने अनूठे अंदाज से इस रोल को बेहद सादगी से निभाया था. इस फिल्म में उनके साथ जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, डिंपल कपाड़िया, माधुरी दीक्षित, राखी और दिवंगत अमरीश पुरी प्रमुख भूमिकाओं में मौजूद थे.
'मुत्थु स्वामी'
'साजन चले ससुराल' में सतीश कौशिक ने दक्षिण भारतीय तबला वादक मुत्थु स्वामी की भूमिका निभाई थीं, जो गोविंदा के सहयोगी की भूमिका में था, उन्होंने अपनी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग, चेहरे के भाव और प्रामाणिक दक्षिणी लहजे से दर्शकों का दिल जीतकर इस रोल को कल्ट बना दिया था, जिसकी चर्चा आज भी कई स्टेज प्लेज और शोज में की जाती हैं.
'अशोक'
कुंदन शाह के निर्देशन में बनी कल्ट क्लासिक 'जाने भी दो यारों' में सतीश कौशिक ने नसीरुद्दीन शाह, नीना गुप्ता और पंकज कपूर के साथ स्क्रीन शेयर की थी, जिसमें उन्होंने अशोक का किरदार अदा किया था, यह फिल्म राजनीति और मीडिया के बीच गठजोड़ पर व्यंग्य करती है, जिसमें सतीश ने अपनी कॉमिक टाइमिंग के बलबूते चार चांद लगा दिए थे.
'कैलेंडर'
'मिस्टर इंडिया' में सतीश कौशिक ने कैलेंडर की भूमिका निभाई थीं, जो अनिल कपूर के किरदार का एक विचित्र और वफादार दोस्त था, उन्होंने अपने उत्कृष्ट चित्रण से कई लोगों की प्रशंसा जीती, प्रशंसकों के जरिए उनके अभिनय की बहुत सराहना की गई, जो भूमिका में हास्य, सीरियसनेस और बच्चों के प्रति अपना लगाव रखने के कारण उनकी क्षमता से काफी प्रभावित थे.
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