हिंदी सिनेमा के सबसे फेमस और खूंखार विलेन की होती है तो सबसे पहले इन एक्टर का नाम आता है. इन एक्टर जैसा बॉलीवुड में कोई दूसरा विलेन नहीं आया. उन्होंने अपनी एक्टिंग से लोगों से हीरो तक को पीछे छोड़ दिया था. उन्होंने अपनी लंबी चौड़ी कद-काठी, रौबदार आवाज और एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया था. एक्टर का जन्म 22 जून 1932 में नवांशहर, पंजाब में हुआ था और एक्टर ने 12 जनवरी 2005 को दुनिया को अलविदा कह दिया था.
टॉम एण्ड जेरी पसंद था
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1971 में की थी. हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के फेमस एक्टर अमरीश पुरी की. एक बार उनके पोते वर्धन पुरी ने बताया कि दादू मेरे बेस्ट फ्रेंड थे और हमेशा रहेंगे. घर पर मिडिल क्लास फैमिली जैसा माहौल रहता था. दादू की जो छवि रही है, उससे स्कूल के बच्चे घर आने से डरते थे. दादू को टॉम एण्ड जेरी बहुत पसंद था.
टॉम एंड जेरी देखकर एक्टिंग सीखी
उन्होंने बताया कि दादू के साथ टॉम एंड जेरी बैठकर देखता था. दादू मुझसे कहा करते थे कि उन्होंने टॉम एंड जेरी देखकर एक्टिंग सीखी है. टॉम एंड जेरी की अदाकारी और उनके बीच की जो कमेस्ट्री, वह दादू को बहुत कमाल की लगती थी. वो हमेशा कहते थे कि अगर एक्टिंग सीखनी है, तो टॉम एंड जेरी देखो. इससे ज्यादा इंटरटेनिंग कोई भी शो नहीं है.
चार्लीन चैपलिन की फिल्में थी पसंद
इस शो का मनोरंजन का जो लेवल है, उसे कोई बीट ही नहीं कर सकता है. इसके अलावा चार्लीन चैपलिन की फिल्में बहुत देखते थे. किशोर कुमार को बहुत मानते थे. वो कहते थे कि उनके जैसा फनकार कोई पैदा ही नहीं हुआ है और न होगा. किशोर दा की सारी फिल्में देखते थे.
अपनी मौत का हुआ आभास
अमरीश पुरी के बेटे राजीव पुरी ने बताया था कि उनके पिता को अपनी मौत का आभास हो गया था. उनके मुताबिक वह धीरे-धीरे पिता को खून की कमी बनने लगी थी. राजीव ने कहा कि, 'पापा बुरी तरह घबरा गए थे. लेकिन वह दृढ़ इच्छा शक्ति वाले थे. वह दुनिया को दिखाना चाहते थे कि कितने स्ट्रॉन्ग हैं. पापा अच्छी तरह जानते थे कि 72 साल की उम्र के पड़ाव पर अब उनके शरीर में सबकुछ ठीक नहीं हो सकता. पापा का कहना था कि जो होना होगा, वो होगा.'
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