When actor became a monk: बाॅलीवुड में आपने कई ऐसी एक्ट्रेसेज के बारे में सुना होना जिन्होंने परिवार की खातिर शोबिज से किनारा कर लिया. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मशहूर एक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने करियर के पीक पर अपना सबकुछ छोड़ दिया और सन्यासी बन गए. ओशो से एक्टर इतने प्रभावित हो गए थे कि उन्होंने अपना सब कुछ त्याग दिया. जानिए इस एक्टर के बारे में.
कौन हैं वो एक्टर?
हम जिस एक्टर कि बात कर रहे हैं, उनका नाम विनोद खन्ना है. विनोद खन्ना हिंदी सिनेमा के मशहूर एक्टर थे, उन्होंने अपने करियर में कई सपरहिट फिल्में दी थीं. लोग उनकी एक्टिंग को काफी पसंद करते थे. लेकिन एक दिन अचानक विनोद खन्ना ने अचानक अपने करियर के पीक पर सन्यास ले लिया, जिससे उनके फैंस को तगड़ा झटका लग था.
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सबकुछ छोड़ बन गए सन्यासी
बताया जाता है कि विनोद खन्ना अक्सर ओशो के पुणे स्थित आश्रम में जाया करते थे, यहां तक कि वे अपनी फिल्मों की शूटिंग भी पुणे में ही रखवाने लगे थे ताकि वे अपना ज्यादा से ज्यादा समय ओशो के साथ बिता पाएं. कहा जाता था विनोद शूटिंग के वक्त भी कई घंटों तक ओशो के वीडियो देखा करते थे. वहीं जब विनोद खन्ना की मां का निधन हुआ तो वो पूरी तरह से टूट गए थे. इसके बाद विनोद खन्ना ने अपना सबकुछ त्याग करके सन्यासी बनने का फैसला किया.
दान कर दिया था सारा लग्ज़री सामान
इसके बाद साल 1975 में विनोद खन्ना अपना सबकुछ छोड़ कर ओशो के साथ अमेरिका चले गए थे.यही नहीं कहा जाता है कि सन्यासी बनने से पहले विनोद खन्ना ने अपना लगभग सारा लग्ज़री सामान भी गरीबों को दान कर दिया था. इसके बाद 31 दिसंबर 1975 को उन्होंने सन्यास ले लिया.
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टॉयलेट तक किया साफ
वहीं सन्यास लेने के बाद विनोद खन्ना ओशो (Osho) के निजी गार्डन में माली का करने लगे. यही नहीं, विनोद खन्ना इस दौरान आश्रम के जूठे बर्तन यहां तक कि टॉयलेट तक साफ़ किया करते थे. विनोद खन्ना लगभग 4 सालों तक ओशो आश्रम में ही रहे थे. इसके बाद जब अमेरिका द्वारा ओशो आश्रम को बंद कर दिया गया तो वह भारत वापस लौट आए थे.
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