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Aamir khan on Laal Singh Chaddha Failure
Aamir khan on Laal Singh Chaddha Failure: बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले एक्टर आमिर खान ने हाल ही में अपने करियर की कुछ फ्लॉप फिल्मों को लेकर खुलकर बात की है. जी हां, उन्होंने बताया कि कैसे ओवरकॉन्फिडेंस और प्रोडक्शन से जुड़ी गलतियों ने फिल्मों को नुकसान पहुंचाया. तो चलिए हम डिटेल में बताते हैं कि उन्होंने इस बारे में क्या कुछ कहा?
बजट 80 करोड़ से बढ़कर हुआ 200 करोड़
साल 2018 में रिलीज हुई ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई थी. वहीं उनकी फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' ने भी कुछ कमाल नहीं दिखाया था. इसे लेकर आमिर ने बताया कि शुरुआत में इस फिल्म का बजट करीब 80 करोड़ रुपये था, लेकिन बाद में ये बजट 200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. फिल्म में उनके साथ करीना कपूर भी थीं, लेकिन दोनों का स्टारडम भी फिल्म को नहीं बचा सका.
‘लाल सिंह चड्ढा’ की असफलता
आमिर खान हाल ही में कोमल नाहटा के यूट्यूब शो 'गेम चेंजर' में नजर आए, जहां उन्होंने फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की असफलता पर आत्ममंथन किया. उन्होंने माना कि इस फिल्म को लेकर वो ओवरकॉन्फिडेंट हो गए थे. आमिर ने कहा, 'मैं लगातार हिट फिल्में दे रहा था, जिससे मुझे लगने लगा कि अगली फिल्म भी हिट ही होगी. मैंने फ्लॉप होने की संभावना पर ध्यान ही नहीं दिया, और यही मेरी सबसे बड़ी गलती थी.'
फिल्म की इकोनॉमिक्स को नहीं समझ पाए
आमिर ने आगे बताया कि वो हमेशा अपनी फिल्मों को प्रोड्यूस करते समय एक खास इकोनॉमिक फिल्टर अपनाते हैं, ताकि फिल्म का बजट नियंत्रित रहे और नुकसान की गुंजाइश कम हो. लेकिन ‘लाल सिंह चड्ढा’ के दौरान उन्होंने ये फिल्टर इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा, 'मैंने फिल्म की इकोनॉमिक्स को सही से नहीं समझा. मैं ओवरकॉन्फिडेंट हो गया था और सोच लिया था कि फिल्म चल ही जाएगी.'
बजट कैसे 200 करोड़ तक पहुंचा?
आमिर खान ने बताया कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ का असली बजट पहले करीब 80 करोड़ रुपये था, लेकिन ये बढ़कर 200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इसकी कई वजहें थीं, कोविड महामारी के दौरान प्रोडक्शन रुकने से नुकसान हुआ. वर्कर्स को लगातार सैलरी दी गई, जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिलती रहे. फिल्म के कई सीन्स विदेश में शूट किए गए, जिससे विदेशी ट्रैवल और शूटिंग पर भारी खर्च आया. कुछ सीन्स शूट तो किए गए लेकिन वो फाइनल एडिटिंग में शामिल नहीं हुए, जिससे बेवजह खर्च बढ़ा.
फिल्म में 'मेनस्ट्रीम मसाला' की कमी
आमिर ने ये भी स्वीकार किया कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ में मेनस्ट्रीम सिनेमा वाले एलिमेंट्स नहीं थे, और उन्हें पहले से ही अंदाजा था कि फिल्म ज्यादा ऑडियंस को आकर्षित नहीं कर पाएगी. फिल्म का विषय थोड़ा गंभीर और धीमा था, जिससे दर्शक जुड़ नहीं पाए.
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