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Bihar Election 2020: जानें ठाकुरगंज विधानसभा सीट के बारें में

विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. ऐसे में देखना होगा कि इस बार बिहार की जनता किसे सत्ता पर बैठाएगी और किसे बाहर का रास्ता दिखाएगी. लेकिन इससे पहले हम ठाकुरगंज विधानसभा सीट के बारे

Updated on: 07 Nov 2020, 01:57 PM

नई दिल्ली:

साल 2020 बिहार की जनता और यहां के नेताओं के लिए अहम साल हैं. इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) होने है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टीयों ने पूरी तरह कमर कस ली हैं. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. ऐसे में देखना होगा कि इस बार बिहार की जनता किसे सत्ता पर बैठाएगी और किसे बाहर का रास्ता दिखाएगी. लेकिन इससे पहले हम ठाकुरगंज विधानसभा सीट के बारे में जानेंगे.

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2015 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज सीट के नतीजे-

वोटों की संख्या- 180197
पुरुष मतदाता- 52.5%
महिला मतदाता- 47.5%
वोटर टर्नआउट (Voter turnout)- 70%
विजेता का नाम- नौशाद आलम (JDU), कुल वोट 74239 (41.23%)
उप-विजेता- गोपाल कुमार (LJP), कुल वोट 66152 (36.73%)

पिछले विधानसभा में कौन-कौन रहे विधायक वर्ष विधायक का नाम पार्टी-

  • 2015 नौशाद आलम जेडीयू
  • 2010 नौशाद आलम लोजपा
  • 2005 अक्टूबर गोपाल कुमार अग्रवाल सपा
  • 2005 फरवरी डॉ. मोहम्मद जावेद कांग्रेस
  • 2000 डॉ. मोहम्मद जावेद कांग्रेस
  • 1995 सिकंदर सिंह बीजेपी
  • 1990 मोहम्मद सुलेमान जनता दल

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ठाकुरगंज का चुनावी मुद्दा- 

अंतरराष्ट्रीय मुहाने पर बसे किशनगंज जिले के ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना व प्रस्तावित ठाकुरगंज अनुमंडल चुनावी मुद्दा बनेंगे. जिले की आबोहवा के लिहाज से कई नकदी फसलें यहां उगाई जाती हैं. चाय, अनानास इनमें प्रमुख हैं. अन्य फसलों में जहां काफी देखभाल की जरूरत होती है वहीं अपेक्षाकृत अनानास की फसल का रखरखाव आसान माना जाता है. अब चूंकि इसकी लागत काफी बढ़ गयी है, ऐसे में किसानों का इस खेती से मोहभंग होता जा रहा है. चाय उत्पादक किसानों के उत्थान के लिए टी-सिटी का दर्जा दिलाने की मांग कई बार उठी, लेकिन यह मांग भी पूरी न हो सकी. बता दें कि ठाकुरगंज में बड़े पैमाने पर चाय की भी खेती होती है.