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Rajasthan Elections : गहलोत  कैबिनेट में 3 महिला मंत्री, जानें किस जाति के लोगों का है दबदबा

Rajasthan Assembly Elections 2023 : राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होना वाला है, क्योंकि इस बार बिहार की जातीय जनगणना का आंकड़ा और महिला आरक्षण बिल चर्चा का केंद्र रहेगा.

Updated on: 05 Oct 2023, 06:04 PM

नई दिल्ली:

Rajasthan Assembly Elections 2023 : राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होना वाला है, क्योंकि इस बार बिहार की जातीय जनगणना का आंकड़ा और महिला आरक्षण बिल चर्चा का केंद्र रहेगा. जातिगत जनगणना के समर्थन में कांग्रेस का कहना है कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी है, उसकी उतनी ही भागीदारी हो. साथ ही राहुल गांधी ने महिला आरक्षण में ओबीसी कोटे की बात कही है. उन्होंने केंद्र को ओबीसी सचिवों के मुद्दे पर घेरा है. जातीय जनगणना और महिला आरक्षण के बीच राजस्थान सरकार में महिला की भागीदारी और जातीय समीकरणों को लेकर सवाल उठने लगे हैं. आइये जानते हैं गहलोत सरकार में किस जाति से कितने मंत्री हैं...  

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राजस्थान मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या 28 है, जिनमें 19 कैबिनेट और 9 राज्य मंत्री हैं. अगर गहलोत कैबिनेट में महिलाओं की बात करें तो यह संख्या महज तीन है और आंकड़े में यह 10 प्रतिशत है. सीएम अशोक गहलोत खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं. साथ ही इसमें दो मंत्री ब्राह्मण और तीन मंत्री वैश्य समुदाय से भी हैं. चार कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री जाट समाज से आते हैं.

गहलोत सरकार में 4 कैबिनेट मंत्री एससी समुदाय से आते हैं तो वहीं तीन कैबिनेट और दो राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एसटी समुदाय से आते हैं. गुर्जर समाज से एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री भी आते हैं. राजपूत विधायकों को एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री बनाया गया है. 

जानें कौन मंत्री किस समुदाय से है

राजस्थान में कांग्रेस की ओर से सीएम अशोक गहलोत खुद ओबीसी समुदाय के सबसे बड़े चेहरा हैं. साथ ही कैबिनेट में शामिल राजेंद्र यादव, सुखराम बिश्नोई, उदयलाल आंजना भी इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. राज्य में ब्राह्मण चेहरा का प्रतिधिनित्व बीडी कल्ला, महेश जोशी करते हैं, जबकि वैश्य समाज से शांति धारीवाल, प्रमोद जैन भाया और सुभाष गर्ग आते हैं. जाट समाज का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी हेमाराम चौधरी, लालचंद कटारिया, रामलाल जाट, बृजेंद्र सिंह ओला और विश्वेंद्र सिंह को मिली है. 

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अगर गहलोत में एससी/एसटी की बात करें तो अनुसूचित जनजाति से प्रसादी लाल मीणा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रमेश चंद्र मीणा, अर्जुन सिंह और मुरारी लाल मीणा तो अनुसूचित जाति से ममता भूपेश, भजनलाल जाट, टीकाराम जूली और गोविंद मेघवाल गहलोत आते हैं. मुस्लिम चेहरे के रूप में सरकार में साले मोहम्मद और जाहिदा खान तो क्षत्रिय चेहरे के तौर पर प्रताप सिंह खाचरियावास और भंवर सिंह भाटी शामिल हैं.